ETV Bharat / state

SPECIAL : यहां के कबूतर हैं VIP फ्लैटस के मालिक, चारों तरफ हरियाली और हर समय मिलता है चुग्गा - Shri Gopal Goshala News

झुंझुनू जिले में एक जगह ऐसी है जहां इंसान की तरह कबूतर भी फ्लैटस में रहते हैं. यहां कबूतरों के लिए 1100 फ्लैट बनाए गए हैं, जिसमें 550 पक्षी जोड़े एक साथ रह सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
यहां के कबूतर हैं VIP फ्लैटस के मालिक
author img

By

Published : Aug 23, 2020, 10:29 PM IST

झुंझुनू. ऐसी बारिश ऐसी हवा, सारा गुस्सा मुझ पर है, अच्छी है बारिश लेकिन छत पर एक कबूतर है. जब-जब आसमान आग उगलता है, कड़कड़ाती ठंड के आगोश में यह धरती आती है या फिर आंधी-तूफान और बारिश के कारण इंसान का बाहर निकलना मुश्किल होता है तो मानवीय मन कहता है कि ऐसे में पशु पक्षियों पर क्या बीत रही होगी.

इंसान के प्रेम वाहक के रूप में पहचान रखने वाले कबूतर इन प्राकृतिक आपदाओं में कुछ ज्यादा ही परेशान होता है. लेकिन झुंझुनू जिले में एक जगह ऐसी है जहां पर आंधी आए, बारिश आए और तूफान आए, कम से कम कबूतरों को कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि इंसान की तरह कबूतर भी यहां फ्लैटस में रहते हैं.

VIP फ्लैटस के मालिक कबूतर

गायों के साथ रहते हैं कबूतर

श्री गोपाल गोशाला में गायों के साथ-साथ कबूतरों की भी फिक्र की जाती है. गोशाला में कबूतरों के लिए चुग्गा पात्र लगाए गए हैं और रहने के लिए फ्लैट भी बनाए गए हैं. झुंझुनू की गोपाल गोशाला में कबूतरों के लिए 1100 फ्लैट बनाए गए हैं. इनमें करीब 550 पक्षी जोड़े साथ रह सकते हैं. वर्ष 2016 में इन पर करीब 4 लाख रुपए खर्च कर इन फ्लैट्स का निर्माण किया गया था.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
गोशाला में हरा-भरा गार्डन

पढ़ें- SPECIAL: सुल्ताना से खत्म हो रहा है धीरे-धीरे लोहे का रिश्ता, कभी हामड की आवाज से उठता था गांव

गोशाला प्रबंधन की ओर से फ्लैट्स के पास खाली जगह में कबूतरों व अन्य पक्षियों के लिए दाना-पानी की भी व्यवस्था की हुई है. यूं तो इन घरौंदों में कोई भी पक्षी रह सकता है, मगर इनका निर्माण मुख्य रूप से कबूतरों को ध्यान में रखकर करवाया गया है.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
कबूतरों का फ्लैट

बेजान पक्षियों के लिए 10 मंजिला फ्लैट

गोपाल गोशाला में कबूतरों को दाना डालने के लिए कई लोग पहुंचते हैं, जो पहले खुले में दाना डालते थे. मौसम में कभी तेज सर्दी और कभी तेज गर्मी के कारण पक्षियों को पीड़ा होती थी. वहीं बारिश के दिनों में स्थान अभाव के कारण सैंकड़ों पक्षियों की मौत भी हो जाती है. सर्दी, गर्मी और बारिश की पीड़ा से इन बेजान पक्षियों को बचाने के लिए यहां 10 मंजिला फ्लैट बनाए गए हैं.

पढ़ें- SPECIAL: जैतून के फल बने किसान की आय का नया स्त्रोत, कम बारिश वाले इलाकों में इस साल बंपर पैदावार

दरअसल, रेगिस्तानी जिला होने के कारण यहां भीषण गर्मी पड़ती है. इसके अलावा यहां ठंड भी कड़ाके की पड़ती है. ऐसे में कबूतरों और अन्य परिंदों के लिए मुफीद आशियाना मुहैया कराने के लिए इस इमारत का निर्माण किया गया है. यहां 550 जोड़े कबूतर तेज धूप और सर्दी में आराम से रहते हैं. इस पक्के कबूतरखाने में परिंदे सर्दी-बारिश और तूफान में बिना तकलीफ के रहते हैं.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
श्री गोपाल गोशाला

फ्लैटों के आगे बालकनी भी

कबूतरों के लिए बनाए गए फ्लैट्स के आगे बालकनी भी बनाई गई है. सुबह-शाम कबूतर इन बालकनियों में नजर आते हैं. फ्लैट के पास दाना-पानी की भी पूरी व्यवस्था की गई है. यह इमारत जहां बनाई गई है, वहां हरा-भरा गार्डन भी विकसित किया गया है. यहां घास और पेड़ों के साथ खुशबूदार फूलों के पौधे भी लगाए गए हैं.

झुंझुनू. ऐसी बारिश ऐसी हवा, सारा गुस्सा मुझ पर है, अच्छी है बारिश लेकिन छत पर एक कबूतर है. जब-जब आसमान आग उगलता है, कड़कड़ाती ठंड के आगोश में यह धरती आती है या फिर आंधी-तूफान और बारिश के कारण इंसान का बाहर निकलना मुश्किल होता है तो मानवीय मन कहता है कि ऐसे में पशु पक्षियों पर क्या बीत रही होगी.

इंसान के प्रेम वाहक के रूप में पहचान रखने वाले कबूतर इन प्राकृतिक आपदाओं में कुछ ज्यादा ही परेशान होता है. लेकिन झुंझुनू जिले में एक जगह ऐसी है जहां पर आंधी आए, बारिश आए और तूफान आए, कम से कम कबूतरों को कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि इंसान की तरह कबूतर भी यहां फ्लैटस में रहते हैं.

VIP फ्लैटस के मालिक कबूतर

गायों के साथ रहते हैं कबूतर

श्री गोपाल गोशाला में गायों के साथ-साथ कबूतरों की भी फिक्र की जाती है. गोशाला में कबूतरों के लिए चुग्गा पात्र लगाए गए हैं और रहने के लिए फ्लैट भी बनाए गए हैं. झुंझुनू की गोपाल गोशाला में कबूतरों के लिए 1100 फ्लैट बनाए गए हैं. इनमें करीब 550 पक्षी जोड़े साथ रह सकते हैं. वर्ष 2016 में इन पर करीब 4 लाख रुपए खर्च कर इन फ्लैट्स का निर्माण किया गया था.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
गोशाला में हरा-भरा गार्डन

पढ़ें- SPECIAL: सुल्ताना से खत्म हो रहा है धीरे-धीरे लोहे का रिश्ता, कभी हामड की आवाज से उठता था गांव

गोशाला प्रबंधन की ओर से फ्लैट्स के पास खाली जगह में कबूतरों व अन्य पक्षियों के लिए दाना-पानी की भी व्यवस्था की हुई है. यूं तो इन घरौंदों में कोई भी पक्षी रह सकता है, मगर इनका निर्माण मुख्य रूप से कबूतरों को ध्यान में रखकर करवाया गया है.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
कबूतरों का फ्लैट

बेजान पक्षियों के लिए 10 मंजिला फ्लैट

गोपाल गोशाला में कबूतरों को दाना डालने के लिए कई लोग पहुंचते हैं, जो पहले खुले में दाना डालते थे. मौसम में कभी तेज सर्दी और कभी तेज गर्मी के कारण पक्षियों को पीड़ा होती थी. वहीं बारिश के दिनों में स्थान अभाव के कारण सैंकड़ों पक्षियों की मौत भी हो जाती है. सर्दी, गर्मी और बारिश की पीड़ा से इन बेजान पक्षियों को बचाने के लिए यहां 10 मंजिला फ्लैट बनाए गए हैं.

पढ़ें- SPECIAL: जैतून के फल बने किसान की आय का नया स्त्रोत, कम बारिश वाले इलाकों में इस साल बंपर पैदावार

दरअसल, रेगिस्तानी जिला होने के कारण यहां भीषण गर्मी पड़ती है. इसके अलावा यहां ठंड भी कड़ाके की पड़ती है. ऐसे में कबूतरों और अन्य परिंदों के लिए मुफीद आशियाना मुहैया कराने के लिए इस इमारत का निर्माण किया गया है. यहां 550 जोड़े कबूतर तेज धूप और सर्दी में आराम से रहते हैं. इस पक्के कबूतरखाने में परिंदे सर्दी-बारिश और तूफान में बिना तकलीफ के रहते हैं.

Pigeons live in flats in Jhunjhunu,  Pigeons live in flats
श्री गोपाल गोशाला

फ्लैटों के आगे बालकनी भी

कबूतरों के लिए बनाए गए फ्लैट्स के आगे बालकनी भी बनाई गई है. सुबह-शाम कबूतर इन बालकनियों में नजर आते हैं. फ्लैट के पास दाना-पानी की भी पूरी व्यवस्था की गई है. यह इमारत जहां बनाई गई है, वहां हरा-भरा गार्डन भी विकसित किया गया है. यहां घास और पेड़ों के साथ खुशबूदार फूलों के पौधे भी लगाए गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.