झुंझुनू. पंचायतों के पुनर्गठन में इस तरह की विसंगतियां भी सामने आ रही है कि मतदाताओं को मतदान बहिष्कार की चेतावनी देनी पड़ रही है. मामला हाल ही में बनाई गई नई पंचायत समिति पिलानी के गांव छापड़ा से जुड़ा हुआ है.
छापड़ा के लोगों ने पहले सूरजगढ़ पंचायत समिति और उसके बाद जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन करते हुए बताया कि उनके गांव की जनसंख्या करीब 2700 की है. उन्हें पंचायत पुनर्गठन के तहत बनगोठरी में जोड़ दिया गया है. जिसकी जनसंख्या पहले से ही 5000 से ज्यादा की है. ऐसे में यह ग्राम पंचायत करीब 8000 लोगों की हो जाएगी.
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पहले जुड़े हुए बेरी गांव वालों ने बताया कि वे पहले बेरी गांव में जुड़े हुए थे. ऐसे में दोनों गांव की जनसंख्या कुल मिलाकर करीब 5000 की थी और यह पंचायत के तरीके से लगभग सभी मापदंडों पर खरी उतर रही थी. इसके बावजूद राजनीतिक दुर्भावना के चलते उनके गांव को ऐसी पंचायत में जोड़ दिया गया है. जिसकी जनसंख्या पहले से ही ज्यादा है. वहीं बनगोठरी उनके गांव से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर पड़ेगा जो गांव वालों के लिए एक बड़ी परेशानी का कारण बनेगा. ऐसे में यदि प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं करता है तो वह मतदान बहिष्कार करेंगे.