झुंझुनू. नालसा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनू के निर्देशन में कोविड- 19 के संक्रमण को देखते हुए नालसा की 10 कल्याणकारी स्कीमों पर ऑनलाइन सिस्को वैबेक्स मीटिंग एप के माध्यम से चलाए जा रहे अभियान के जरिए नालसा स्कीम के तहत अधिवक्ता बाबुलाल कुमार, कुलभान पूनिया, तालुका विधिक सेवा समिति पिलानी की तरफ से पैनल अधिवक्ता, पीएलवी, न्यायालय कर्मचारीगण और आमजन को ऑनलाइन माध्यम से नालसा एसिड हमलों से पीड़ितों के लिए चलाई जा रही स्कीम की जानकारी दी गई. इस दौरान एसिड हमलों के पीड़ितों को निर्धारित प्रावधानों से अवगत करवाया गया.
इस दौरान बताया गया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य एसिड हमलों के पीड़ितों को राष्ट्रीय, राज्य, जिला और तालुका स्तरों पर क्षतिपूर्ति के लिए विभिन्न मौजूदा विधिक प्रावधानों और योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए विधिक सहायता व प्रतिनिधित्व प्रदान करना. एसिड़ हमलों से पीड़ितों को चिकित्सा सुविधाएं और पुनर्वास सुविधाएं प्राप्त करने में सक्षम बनाना, अंतरालों, आवश्यकताओं का पता लगाने के लिए और उपयुक्त प्राधिकारियों को सुझाव देने के लिए विभिन्न योजनाओं, कानूनों आदि का अध्ययन करने के लिए शोध करना आदि है.
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साइबर क्राइम व साइबर सिक्योरिटी पर भी होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग के परिणामस्वरूप साइबर क्राइम की घटनाओं में उतरोत्तर हो रही वृद्धि को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. इसके लिए मुख्यालयों पर वकालत कर रहे अधिवक्तागण में साइबर क्राइम और साइबर सिक्योरिटी विषय पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से वर्चुअल माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन शुरू किया जाएगा.
इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन 12 से 25 फरवरी को सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक किया जाएगा. विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव मधु हिसारिया ने बताया कि इस जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ न्यायाधिपति और राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यकारी अध्यक्ष संगीत लोढ़ा करेंगे. इन कार्यक्रमों का प्रसारण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनू के मध्यस्थता हॉल में स्थापित डिस्प्ले के माध्यम से किया जाएगा.