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झुंझुनू: पाला से अगेती की फसलों को नुकसान, किसानों की 20 फीसदी फसल खराब

शेखावाटी में इस बार सर्दियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और कई बार तापमान माइनस डिग्री से नीचे चला गया था. इसकी वजह से कई क्षेत्रों में जमकर पाला भी पड़ा और इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. पाला पड़ने की वजह से जिले में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है.

फसलों को नुकसान,  Crop damage
फसलों को नुकसान
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Published : Jan 20, 2020, 10:00 AM IST

झुंझुनू. किसानों की अगेती की फसलों को मौसम की वजह से भारी नुकसान हुआ है. इसमें विशेषकर सरसों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है और किसानों की 20 फीसदी से ज्यादा की फसल नष्ट हो गई है. हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग आंकलन किया जा रहा है.

अगेती की फसलों को मौसम से हुआ नुकसान

लेकिन प्रथम दृष्टया यह सामने आया है, कि सर्दी की वजह से पड़ने वाले पाला ने सरसों की फसल को करीब एक चौथाई तक नष्ट कर दिया है. इसका मतलब यह है, कि पाला की वजह से सरसों के दाने में कम वजन होगा और इससे उत्पादन एक चौथाई प्रभावित होने की आशंका है.

पढ़ें- ओला परिवार की तीसरी पीढ़ी दिल्ली के चुनावी मैदान में, पौत्रवधू आकांक्षा ओला को मॉडल टाउन से मिला टिकट

कई सब्जियों की फसल पूरी तरह से नष्ट

वहीं इस पाले की वजह से मिर्च और टमाटर जैसी सेंसेटिव फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. यानि ज्यादा सर्दी की वजह से इनके पौधे कुम्हला गए हैं और अब उनमें फल लगने के लिए फूल नहीं आएंगे. लेकिन गेहूं और चने में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है.

झुंझुनू. किसानों की अगेती की फसलों को मौसम की वजह से भारी नुकसान हुआ है. इसमें विशेषकर सरसों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है और किसानों की 20 फीसदी से ज्यादा की फसल नष्ट हो गई है. हालांकि अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग आंकलन किया जा रहा है.

अगेती की फसलों को मौसम से हुआ नुकसान

लेकिन प्रथम दृष्टया यह सामने आया है, कि सर्दी की वजह से पड़ने वाले पाला ने सरसों की फसल को करीब एक चौथाई तक नष्ट कर दिया है. इसका मतलब यह है, कि पाला की वजह से सरसों के दाने में कम वजन होगा और इससे उत्पादन एक चौथाई प्रभावित होने की आशंका है.

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कई सब्जियों की फसल पूरी तरह से नष्ट

वहीं इस पाले की वजह से मिर्च और टमाटर जैसी सेंसेटिव फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. यानि ज्यादा सर्दी की वजह से इनके पौधे कुम्हला गए हैं और अब उनमें फल लगने के लिए फूल नहीं आएंगे. लेकिन गेहूं और चने में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है.

Intro:शेखावाटी में इस बार सर्दियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और कई बार तापमान माइनस डिग्री से नीचे चला गया था। इसकी वजह से कई क्षेत्रों में जमकर पाला भी पड़ा और इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अभी जिले में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है लेकिन प्रथम दृष्टया जो रिपोर्ट आ रही है , उसके अनुसार किसानों को मुआवजे की भी आस बंधी है।


Body:झुंझुनू। किसानों ने कई तरह से आने वाले रोगों से बचने के लिए जो अगेती फसलों की बुआई की थी, उनको मौसम की वजह से बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। इसमें विशेषकर सरसों को तो खासा नुकसान उठाना पड़ा है और किसानों की 20% से ज्यादा की फसल नष्ट हो गई है। हालांकि यह अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग आकलन किया जा रहा है लेकिन प्रथम दृष्टया यह सामने आया है कि सर्दी की वजह से पड़ने वाले पाला ने सरसों की फसल को करीब एक चौथाई तक नष्ट कर दिया है। इसका मतलब यह है कि पाला की वजह से सरसों के दाने में कम वजन होगा और इससे उत्पादन एक चौथाई प्रभावित होने की आशंका है।


कई सब्जियों की फसल पूरी तरह से नष्ट
वही इस पाले की वजह से मिर्च व टमाटर जैसी सेंसेटिव फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। यानी ज्यादा सर्दी की वजह से इनके पौधे कुम्लहा गए हैं और अब उन में फल लगने के लिए फूल नहीं आएंगे। हालांकि यह जरूर है कि गेहूं और चने में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है और उन किसानों को कोई नुकसान भी नहीं सहना पड़ा है।


डॉ दयानंद निदेशक कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर


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