ETV Bharat / state

प्रभारी मंत्री की सुनवाई में आए 100 से ज्यादा परिवादी, कई परिवादियों के आंखें भी छलकी - झुंझुनू में सचिव की जनसुनवाई

झुंझुनू में प्रभारी मंत्री और सचिव की जनसुनवाई में जिले के कोने-कोने से लोग आए. प्रभारी मंत्री ने इसलिए शुरुआत में ही अधिकारियों को कहा कि लोग परेशान हैं और इसलिए ही इतनी दूर से अपना समय खराब कर यहां आते है. इसलिए अधिकारी टालमटोल की नीति नहीं अपनाए.

jhunjhunu news, झुंझुनू में जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई , झुंझुनू में सचिव की जनसुनवाई, झुंझुनू में जनसुनवाई में आए परिवादी, झुंझुनू में प्रभारी मंत्री की जनसुनवाई , rajasthan news
प्रभारी मंत्री की सुनवाई में आए 100 से ज्यादा परिवादी
author img

By

Published : Dec 10, 2019, 11:56 PM IST

झुंझुनू. राजस्थान सरकार में उद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा और प्रभारी सचिव आलोक ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई का आयोजन किया. जिसमें 100 से ज्यादा परिवादी आए, इनमें कई प्रकरण तो पांच सात साल भी पुराने थे. जिनको मंत्री और सचिव ने निस्तारण कर रिपोर्ट करने को कहा.

प्रभारी मंत्री की सुनवाई में आए 100 से ज्यादा परिवादी

इस जनसुनवाई में सबसे ज्यादा विद्युत विभाग की शिकायत मिली और इसमें भी वहीं गलत वीसीआर भरने, ज्यादा बिल आने जैसी शिकायतें सुनने को मिली. वहीं इससे पहले जन सुनवाई शुरू होते ही वामपंथी नेता नारेबाजी करते हुए आए और आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने की मांग की.

पढ़ेंः लोकसभा में गूंजा 'पानीपत' विवाद, हनुमान बेनीवाल समेत इन सांसदों ने की फिल्म को बैन करने की मांग

प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर जिले के सभी गौशाला संचालकों की बैठक करवाएंगे और आवारा पशुओं को उनमें भेजना तय करेंगे. वहीं एक महिला की अपनी शिकायत को लेकर आई, जिस पर प्रभारी मंत्री ने उसे आश्वासन देते हुए जल्द समाधान की बात कही है.

सभी समस्याओं को सुना और तय समय में करेंगे निस्तारण-

वहीं जन सुनवाई के बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई का कार्यक्रम तय समय में होता है और इसमें परिवारदियों को तुरंत राहत मिलती है. इसमें कई समस्याओं का मौके पर अधिकारियों को निस्तारण के आदेश दिए हैं और जहां पर जांच की जरूरत है वहां 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं.

झुंझुनू. राजस्थान सरकार में उद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा और प्रभारी सचिव आलोक ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई का आयोजन किया. जिसमें 100 से ज्यादा परिवादी आए, इनमें कई प्रकरण तो पांच सात साल भी पुराने थे. जिनको मंत्री और सचिव ने निस्तारण कर रिपोर्ट करने को कहा.

प्रभारी मंत्री की सुनवाई में आए 100 से ज्यादा परिवादी

इस जनसुनवाई में सबसे ज्यादा विद्युत विभाग की शिकायत मिली और इसमें भी वहीं गलत वीसीआर भरने, ज्यादा बिल आने जैसी शिकायतें सुनने को मिली. वहीं इससे पहले जन सुनवाई शुरू होते ही वामपंथी नेता नारेबाजी करते हुए आए और आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने की मांग की.

पढ़ेंः लोकसभा में गूंजा 'पानीपत' विवाद, हनुमान बेनीवाल समेत इन सांसदों ने की फिल्म को बैन करने की मांग

प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर जिले के सभी गौशाला संचालकों की बैठक करवाएंगे और आवारा पशुओं को उनमें भेजना तय करेंगे. वहीं एक महिला की अपनी शिकायत को लेकर आई, जिस पर प्रभारी मंत्री ने उसे आश्वासन देते हुए जल्द समाधान की बात कही है.

सभी समस्याओं को सुना और तय समय में करेंगे निस्तारण-

वहीं जन सुनवाई के बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई का कार्यक्रम तय समय में होता है और इसमें परिवारदियों को तुरंत राहत मिलती है. इसमें कई समस्याओं का मौके पर अधिकारियों को निस्तारण के आदेश दिए हैं और जहां पर जांच की जरूरत है वहां 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं.

Intro:जिले में प्रभारी मंत्री व सचिव की जनसुनवाई में जिले के कोने-कोने से लोग आए प्रभारी मंत्री ने इसलिए शुरुआत में ही अधिकारियों को कहा कि लोग परेशान हैं और इसलिए ही इतनी दूर से अपना समय खराब कर आते हैं इसलिए अधिकारी टालमटोल की नीति नहीं अपनाई।


Body:झुंझुनू। राजस्थान सरकार में उद्योग मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा तथा प्रभारी सचिव आलोक ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई की। जिसमें 100 से ज्यादा परिवादी आए इनमें कई प्रकरण तो पांच सात साल भी पुराने थे जिनको मंत्री व सचिव ने निस्तारण कर रिपोर्ट करने को कहा। इसमें सबसे ज्यादा विद्युत विभाग की शिकायत इस जनसुनवाई में मिली और इसमें भी वही गलत वीसीआर भरने, ज्यादा बिल आने जैसी शिकायतें सुनने को मिली। वहीं इससे पहले जन सुनवाई शुरू होते ही वामपंथी नेता नारेबाजी करते हुए आए और आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने की मांग की इसके बाद प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर जिले के सभी गौशाला संचालकों की बैठक करवाएंगे और आवारा पशुओं को उनमें भेजना तय करेंगे। वहीं एक महिला की अपनी शिकायत को लेकर आंखें छलक आई, जिस पर प्रभारी मंत्री ने उसे आश्वासन देते हुए जल्द समाधान की बात कही।

सभी समस्याओं को सुना और तय समय में करेंगे निस्तारण
वही जन सुनवाई के बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई का कार्यक्रम तय समय में होता है और इसमें परिवारदियों को तुरंत राहत मिलती है इसमें कई समस्याओं का मौके पर अधिकारियों को निस्तारण के आदेश दिए हैं और जहां पर जांच की जरूरत है वहां 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।

बाइट परसादी लाल मीणा, प्रभारी मंत्री


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.