झुंझुनू. राजस्थान सरकार में उद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा और प्रभारी सचिव आलोक ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई का आयोजन किया. जिसमें 100 से ज्यादा परिवादी आए, इनमें कई प्रकरण तो पांच सात साल भी पुराने थे. जिनको मंत्री और सचिव ने निस्तारण कर रिपोर्ट करने को कहा.
इस जनसुनवाई में सबसे ज्यादा विद्युत विभाग की शिकायत मिली और इसमें भी वहीं गलत वीसीआर भरने, ज्यादा बिल आने जैसी शिकायतें सुनने को मिली. वहीं इससे पहले जन सुनवाई शुरू होते ही वामपंथी नेता नारेबाजी करते हुए आए और आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने की मांग की.
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प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि जिला कलेक्टर जिले के सभी गौशाला संचालकों की बैठक करवाएंगे और आवारा पशुओं को उनमें भेजना तय करेंगे. वहीं एक महिला की अपनी शिकायत को लेकर आई, जिस पर प्रभारी मंत्री ने उसे आश्वासन देते हुए जल्द समाधान की बात कही है.
सभी समस्याओं को सुना और तय समय में करेंगे निस्तारण-
वहीं जन सुनवाई के बाद प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई का कार्यक्रम तय समय में होता है और इसमें परिवारदियों को तुरंत राहत मिलती है. इसमें कई समस्याओं का मौके पर अधिकारियों को निस्तारण के आदेश दिए हैं और जहां पर जांच की जरूरत है वहां 7 दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं.