झुंझुनू. राजस्थान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के हितों के लिए मांग कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ता पिछले 7 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. आरोप है कि धरना प्रदर्शन स्थल पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर 28 फरवरी की देर रात जानलेवा हमला किया. इसको लेकर झुंझुनू में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
विद्यार्थी परिषद के सदस्य लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन विद्यार्थियों के लिए किया जा रहा है. लक्ष्मीकांत ने अपनी मांगों को जायज बताते हुए कहा है कि उनका प्रदर्शन अहिंसात्मक और शांतिपूर्वक प्रदर्शन रहा है और छात्र-छात्राओं के हितों के लिए किया जा रहा है. पिछले 7 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं, किंतु धरना प्रदर्शन कुछ लोगों को चुभ गया है. यानी एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने धरना करने वाले एबीवीपी के छात्रों पर जानलेवा हमला करके उनके प्रदर्शन को रोकने का प्रयास किया है.
लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि अब विद्यार्थी परिषद यह भी मांग करती है कि हमलावरों को पकड़ कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही धरने प्रदर्शन की 21 सूत्री मांगों को पूरा किया जाए और साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती और प्रशासन उनकी बात नहीं सुनता है तो ये धरना आगे जाकर उग्र आंदोलन का रूप भी ले सकता है.
जिला कलेक्टर ने किया आई.सी.टी. क्लास रूम का उद्घाटन
झुंझुनू जिले के सरकारी विद्यालयों में विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी विषयों के अध्यापन के लिए शिक्षा विभाग ने झुंझुनू धर्मादा फाउण्डेशन के सहयोग से आई.सी.टी. क्लासरूम की पहल की है. जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने सोमवार को शहीद कर्नल जेपी जानू राउमावि में इसका फीता काटकर विधिवत शुभारम्भ किया. इसके तहत फाउण्डेशन के शिक्षक वर्चुअल क्लासरूम के जरिये सैकेण्डरी स्तर के विद्याथियों को गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और सीनियर सैकेण्डरी स्तर के विद्यार्थियों को भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषय पढ़ायेंगे. ये कक्षाऎं नियमित कक्षाओं के अतिरिक्त होंगी. इन कक्षाओं से विद्यार्थियों को विज्ञान एवं गणित को गहराई से समझने में आसानी होगी, जिससे इंजीनियरिंग एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में लाभ मिलेगा. इस मौके पर जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि बच्चे फोकस करके इस सुविधा का लाभ उठायें. मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम दत जाट, जिला शिक्षा अधिकारी अमर सिंह पचार, धर्मादा फाउण्डेशन के प्रतिनिधि सिद्वार्थ मौजूद थे.