झुंझुनू. मंडावा क्षेत्र के शेखसर गांव के रहने वाले सेना के हवलदार मनोज डुडी का ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से निधन हो गया था. मनोज महाराष्ट्र के नासिक में तैनात थे. शुक्रवार को हवलदार मनोज डुडी की पार्थिव देह झुंझुनू मुख्यालय पहुचीं. जवान के सम्मान में युवाओं ने जिला मुख्यालय से उनके पैतृक गांव तक तिरंगा रैली के साथ अंतिम यात्रा निकाली. जवान की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए और जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
बेटे ने दी मुखाग्नि: पैतृक गांव में जवान की पार्थिव देह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. मनोज डुडी के बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी. हवलदार मनोज को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. लोगों ने हवलदार मनोज डूडी अमर रहे के नारे लगाए. इस दौरान सभी लोगों की आंखें नम थीं. पार्थिव देह के साथ आए जवानों ने बताया कि हवलदार मनोज बहुत मिलनसार थे. हमेशा अपने कर्तव्य के प्रति दृढ़ संकल्प थे.
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उन्होंने कहा कि मनोज कई दिनों से बीमार थे, इस वजह से उनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा था. मिलिट्री अस्पताल में इलाज भी चल रहा था, लेकिन इस दौरान मनोज डूडी का निधन हो गया. ग्रामीणों ने बताया कि जब भी हवलदार मनोज गांव आते थे तो देश सेवा के लिए युवाओं को प्रेरित करते थे. मनोज डूडी के परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं.