झुंझुनू. जिले में अब कुल 194 हिस्ट्रीशीटर हो गए हैं. साल 2018 के आखिर में झुंझुनू जिले में हिस्ट्रीशीटर 172 हुआ करते थे, लेकिन इस बार पुलिस ने रिकॉर्ड कीपिंग में बेहतरीन काम करते हुए 22 नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोल दी है.
जिले के आपराधिक इतिहास की बात की जाए तो यह पहली बार हुआ है, कि एक ही साल में 22 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. इनमें से कई अपराधी तो ऐसे हैं, जिन पर 20 से ज्यादा मामला दर्ज है. विभिन्न कारणों से रिकॉर्ड कीपिंग नहीं हुई, लिहाजा उनकी हिस्ट्रीशीट पहले नहीं खुल पाई थी.
आमतौर पर 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज होने के बाद हिस्ट्रीशीट खोल दी जाती है, ताकि अपराधी पर नजर रखी जा सके और किसी भी तरह का अपराध होने पर यह खंगाला जा सके, कि कोई शख्स, कहीं अपराध में शामिल तो नहीं है. झुंझुनू जिले की पुलिस ने इस बार ऐसे अपराधियों को चिन्हित करने के लिए बड़ा काम किया और साल 2019 में 22 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोल दी है.
मार्च महीने से शुरू हुआ था काम
अपराधियों के रिकॉर्ड को रखने में उदासी दिखाने की वजह से अबतक जिला पुलिस को यह नहीं ध्यान था, कि अमुक व्यक्ति के खिलाफ अब तक कितने मामले दर्ज हो चुके हैं और उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जानी चाहिए. इसके लिए जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से मार्च-अप्रैल में ही रिकॉर्ड कीपिंग का कार्य सुचारू रुप से करवाना शुरू किया गया. इसके बाद सामने आया, कि कई अपराधी तो 20 मुकदमों में शामिल हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी हिस्ट्रीशीट नहीं खुली है.
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ऐसे में अब थानाधिकारी और उसके ऊपर के अधिकारियों को भी यह समझने में मदद मिलेगी, कि अमुक व्यक्ति पहले से अपराध में लिप्त है.