झुंझुनू. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट परबतसर, पीलीबंगा के बाद बुधवार को तीसरे दिन झुंझुनू के गुड़ा में किसान सम्मेलन करने पहुंचे. पायलट ने आज भी प्रदेश सरकार पर जुबानी हमले करना जारी रखा. उन्होंने गहलोत का नाम लिए बगैर कहा, 'उन्हें गुमान है कि हमारी उड़ान कुछ कम है, लेकिन मुझे यकीन है कि आसमान कुछ कम है'. इसके साथ ही सचिन पायलट ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर राजनीतिक नियुक्तियों में नौकरशाहों को तवज्जो देने पर सवाल भी खड़े किए.
पायलट ने कहा कि हमारी सरकार को 4 साल हो गए हैं. इस दौरान बहुत से लोगों को नियुक्तियां दी गईं, लेकिन जिन लोगों ने सरकार बनाने और पार्टी के लिए मेहनत किया, उन लोगों के साथ-साथ प्रदेश के बहुत से उच्च अधिकारियों को भी नियुक्तियां दी गईं. पायलट ने कहा कि जो अधिकारी सरकार में काम करते हैं, उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि राज कांग्रेस का है या बीजेपी का. वह तो राज की नौकरी करते हैं. उन लोगों को अगर हमें अपॉइंटमेंट देना भी है तो अनुपात बेहतर होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस का समर्थक है, चाहे वह मेरा समर्थक है, ओला का समर्थक है या किसी और का समर्थक है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. राजनीतिक नियुक्तियां पाने वाला बस कांग्रेस का वर्कर होना चाहिए. अगर ऐसा होता तो हम स्वागत करते, लेकिन बड़े-बड़े अधिकारी शाम को 5 बजे रिटायर होते हैं और रात को 12 बजे उनकी राजनीतिक नियुक्ति हो जाती है. अधिकारियों की जगह कांग्रेस के कार्यकर्ता को नियुक्ति दी जाए तो बेहतर होगा और उस अनुपात को बेहतर किया जाना चाहिए.
केवल घोषणा करने, भाषण देने और पैसा देने से काम नहीं होता : सचिन पायलट ने गुड़ा में हुए सम्मेलन में कांग्रेस की मजबूती की बात कहते हुए 2023 में सरकार रिपीट करवाने की जनता से अपील की. उन्होंने इस दौरान किसानों के लिए एक प्रस्ताव भी पास किया और जनता से अपील की कि वह कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को सफल बनाएं. पायलट ने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम कांग्रेस पार्टी का संदेश हर ब्लॉक तक लेकर जाएं. 26 जनवरी से जो हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाना है, उस अभियान को हम सही से चलाएं.
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हम चाहते हैं कि दोबारा कांग्रेसी सरकार बने तो आने वाले 5 सालों में हम व्यवस्था को बदलें और जिन बातों का जिक्र मैंने किया, उनको जमीन पर उतार कर रखेंगे. सिर्फ घोषणा कर देना, भाषण देना और पैसे दे देने से काम नहीं होगा. धरातल पर गांव-ढाणी, तहसील में क्या काम होता है, उसको देखकर लोगों को खुश करने का काम हम करना चाहते हैं. इसके आगे सचिन पायलट ने शायराना अंदाज में गहलोत का नाम लिए बगैर कहा कि 'कुछ लोगों को गुमान है कि हमारी उड़ान कुछ कम है, मुझे यकीन है कि आसमान कुछ कम है'.
पायलट के साथ रहे तीन मंत्री और 7 विधायक : पायलट की बुधवार की रैली में तीन मंत्री हेमाराम चौधरी, विजेंद्र ओला और राजेंद्र गुढ़ा तो मौजूद रहे ही, इनके साथ ही विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा, वेद प्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, सुरेश मोदी, चौधरी वीरेंदर सिंह और इंद्राज गुर्जर भी मौजूद रहे. दरअसल, सचिन पायलट दोपहर करीब 1.30 बजे झुंझुनू के गुड़ा में पहुंच गए थे और उनकी रैली भी लगभग उसी समय शुरू हो गई, लेकिन जहां रैली हो रही थी वहां इंटरनेट काम नहीं कर रहा था. यही कारण था कि पायलट ने क्या कुछ कहा, यह काफी देर बाद सामने आ सका.
इन नौकरशाहों को मिला है अब तक गहलोत सरकार में राजनीतिक नियुक्ति का तोहफा :
- गोविंद शर्मा - सीएम के सलाहकार
- अरविंद मायाराम - उपाध्यक्ष, सीएम आर्थिक सलाहकार परिषद
- डीबी गुप्ता - रिटायर होने बाद सीएम सलाहकार बनाए गए बाद में मुख्य सूचना आयुक्त पद पर नियुक्ति
- बीएन शर्मा - चेयरमैन विद्युत विनियामक आयोग
- निरंजन आर्य - मुख्यमंत्री के सलाहकार
- एनसी गोयल - चेयरमैन, रेरा
- रामलुभाया - चेयरमैन, जिला गठन कमेटी
- जी. एस. संधू - चेयरमैन, पट्टा वितरण अभियान की आय कमेटी
- महेश गोयल - रज्य मानवाधिकार आयोग सदस्य
- जगरूप सिंह यादव - सदस्य, सिविल सेवा अपील अधिकरण
- मातादीन शर्मा - सदस्य, सिविल सेवा अपील अधिकरण
इन रिटायर्ड IPS को राजनीतिक नियुक्तियां :
- भूपेंद्र सिंह यादव - चेयरमैन, राजस्थान लोक सेवा आयोग (कार्यकाल पूरा)
- हरिप्रसाद शर्मा - चेयरमैन, राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड
- आलोक त्रिपाठी - वीसी, सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय
- मधुसूदन गुप्ता - राज्य निर्वाचन आयोग
- संजय क्षोत्रिय - चेयरमैन, आरपीएससी
- एमएल लाठर - नवनियुक्त सूचना आयुक्त