चिड़ावा (झुंझुनू). श्यामपुरा गांव के लाल कमलेश कुमार का पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ गई. लोगों की आंखें नम हो गईं. वहीं परिवार के सदस्यों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. उनके पार्थिव देह के अतिंम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
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अचानक तबीयत बिगड़ी...
इस दौरान सुबेदार प्रकाश और मनवर अली की अगुवाई में जाट रेजिमेंट 20 बटालियन के 15 सदस्यीय सलामी गार्ड ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया. कमलेश 2003 में गढ़वाल राईफल रेजिमेंट में लैंसडाउन उत्तराखंड में भर्ती हुए जो वर्तमान में भी उत्तराखंड के लैंसडाउन में राइफल मैन के तौर पर तैनात थे.
लेकिन 18 अक्टूबर को उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी गई. जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर्स ने कमलेश को मृत घोषित कर दिया. वहीं 31 अक्टूबर को कमलेश कुमार सैन्य सेवा से सेवारत होने वाले थे. उन्होंने अपने कार्यकाल में गढ़वाल राइफल की कई बटालियन में सेवारत रहे.