झुंझुनू. मनरेगा के 2019-20 के जो कार्य अभी तक प्रारंभ नहीं हुए हैं...वे 31 मार्च तक चालू करवाएं...नहीं तो संबंधित अधिकारियों को चार्जशीट के साथ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना होगा. कुछ इसी अंदाज में जिला कलेक्टर उमरदीन खान का जिला परिषद की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों और सहायक अभियंताओं को कठोर लहजे का सामना करना पड़ा.
जिला कलेक्टर खान ने कहा कि अधिकारी सरकारी मशीनरी का पूरा उपयोग लें. अच्छा कार्य करने वाले कार्मिकों को सम्मानित भी किया जाएगा. उन्होंने संबंधित एईएन और विकास अधिकारियों को फील्ड में जाकर कार्य पूरे करवाने के निर्देश दिए. जिला परिषद की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक जिला कलेक्टर उमर दीन खान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई.
इस बैठक में जिला परिषद की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति, महात्मा गांधी नरेगा योजना, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन, नवसृजित ग्राम पंचायतों एवं पंचायत समिति में कार्यालय व्यवस्था, स्टाफ एवं भवन निर्माण के संबंध में चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
बैठक में जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार स्वच्छता से जुड़े कार्यों की कार्य योजना समुचित ढंग से तैयार करने, विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन के अनुसार प्रत्येक गतिविधि को टाइम लाइन के अनुसार किया जाना सुनिश्चित करने, स्वच्छता की दिशा में जन जागरुकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए गए.
बैठक में जिला परिषद के सीईओ जय प्रकाश नारायण ने प्रगति रिपोर्ट से अवगत करवाते हुए बताया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए स्वच्छ भारत मिशन, 15वें वित्त आयोग एवं महानरेगा योजना के कन्वर्जेशन से गांवों में विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी. उन्होंने बताया कि ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए सोखता गढ्ढा, मैजिक पिट, लिच पिट, नालियों की सफाई, मरम्मत और निर्माण किया जाना है.
सीईओ ने संबंधित अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. सूरजगढ़ में मनरेगा में औसतन मेहनताना कम आने पर भी जिला कलेक्टर नाराज दिखे और विकास अधिकारी को लताड़ा. बैठक में संबंधित विभागों के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.
झुंझुनू जिले में समन्वित फसल प्रबंधन से सरसों का उत्पादन बढ़ा
कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर की ओर से प्रगतिशील कृषक परमेश्वर लाल के खेत पर सरसों फसल प्रदर्शन पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया. जिसमें ग्राम दुलचास और आस-पास के गांवों के 45 कृषकों एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया.
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दयानंद ने प्रक्षेत्र दिवस का उद्देश्य बताया तथा समन्वित फसल प्रबंधन अपनाने पर जोर दिया. डॉ. दयानंद ने बताया कि ग्राम-दुलचास के 20 प्रगतिशील कृषकों के खेत पर एक एकड़ क्षेत्रफल में सरसों के प्रदर्शन लगाये गए. समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के नोडल अधिकारी डॉ. आरएस राठौड़ ने बताया कि ये प्रदर्शन राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए लगाये गए हैं. कार्यक्रम में पूर्व सरपंच सोहन लाल, जोधराज मेघवाल, फूला राम, शंकर दान, दड़की देवी सहित कृषक एवं कृषक महिलाएं उपस्थित थीं.