झुंझुनू. इंस्पायर अवार्ड मानक योजना जो पूरे देश में बाल वैज्ञानिकों के चयन के लिए संचालित की जा रही है. इस योजना के तहत झुंझुनू जिले ने पिछले साल और इस साल राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है. पिछले साल झुंझुनू जिला बाल वैज्ञानिकों से आइडिया अपलोड करवाने में पूरे देश में चौथे स्थान पर रहा था. उसके बाद चयनित विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर देश में दूसरे स्थान पर रहा. अपनी इस उत्कृष्ट उपलब्धि को दोहराते हुए एक बार फिर झुंझुनू जिले ने पूरे देश में नॉमिनेशन में तीसरा और चयनित बालकों की संख्या में आठवां स्थान प्राप्त किया है.
जिले ने 10 हजार से ज्यादा आइडियाज किए थे अपलोड...
इस साल राजस्थान में करीब 1 लाख 50 हजार आइडियाज बाल वैज्ञानिकों की ओर से ऑनलाइन अपलोड किए गए थे. जिनमें से केवल 2,000 विद्यालय वाले छोटे से जिले झुंझुनू ने 10 हजार से अधिक नॉमिनेशन करवा कर राजस्थान में ही नहीं पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया था.
भारत सरकार के विज्ञान, तकनीकी मंत्रालय और राष्ट्रीय प्रवर्तन संघ के वैज्ञानिकों की ओर से चयन प्रक्रिया के बाद झुंझुनू ने ना केवल राजस्थान में दूसरा स्थान प्राप्त किया, बल्कि देश मे भी टॉप 10 में जगह बनाते हुए आठवां स्थान प्राप्त किया और विद्यार्थियों के आइडियाज की क्वालिटी साबित की.
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क्या है इंस्पायर अवॉर्ड मानक योजना ?
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना भारत सरकार के विज्ञान और तकनीकी मंत्रालय की ओर से 2010 में शुरू किए गई थी. जिसको राष्ट्रीय परिवर्तन संघ (एनआईएफ) के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. इस योजना में कक्षा 6 से 10 में अध्ययनरत बाल वैज्ञानिकों की ओर से उनके दिमाग में आने वाले वैज्ञानिक सोच पर आधारित आइडियाज को ऑनलाइन इंस्पायर अवार्ड मानक योजना की वेबसाइट पर अपलोड करना होता है.