झुंझुनू. एक तरफ जिले में कोरोना का कहर जारी है. वहीं, दूसरी ओर हर बार की तरह गर्मियों में पानी की किल्लत होने वाली है. जिले के अधिकांश ब्लॉक पहले से ही डार्क जोन घोषित हैं. ऐसे में पानी की समस्या आने वाले समय में विकट होने वाली है.
कोविड-19 की रोकथाम और गर्मी के मौसम में पीने के पानी का इंतजाम करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. पानी की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने बैठक कर कुछ अहम निर्णय लिए हैं. बैठक में तय हुआ है कि अगर समझाइश के बावजूद व्यर्थ पानी बहाने वाले नहीं मानें तो उनके घरों के पानी के कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी. जिले में सूख हो या खराब हो चुके हैंडपंपों (जो रिपेयर नहीं हो सकते) को हटा दिया जाएगा.
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इसके अलावा जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो ग्राम पंचायतवार पेयजल स्त्रोतों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लें, जिससे उनकी पूरी मॉनिटरिंग की जा सकें. साथ ही उन्होंने पीएचईडी अधिकारियों से कहा कि वो पानी बचाने के लिए लोगों में जनजागृति अभियान चलाएं और उन्हें पानी बचाने के लिए प्रेरित करें.
फील्ड ऑफिसर्स रखें सोशल डिस्टेंस का ध्यान
जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने जलदाय स्त्रोतों की व्यापक व्यवस्था अभी से कर लें. उन्होंने बिजली और जलदाय विभाग के फील्ड ऑफिसर्स को एक्टिव रहकर फिल्ड में कार्य करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन, फील्ड में रहते हुए वो सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखें और सरकार की तरफ से जारी सभी एडवाइजरी का पालन करें, जिससे कोरोना से भी बचाव हो सके.