झुंझुनू. जिले के वस्त्र व्यापार संघ के कपड़ा व्यापारियों ने अपनी आजीविका चलाने के लिए अपनी बंद दुकानों को फिर से खोलने की मांग की है. उन्होंने जिला कलेक्टर उमरदीन खान को इस मामले में एक ज्ञापन भी सौंपा है.
गौरतलब है कि झुंझुनू वस्त्र व्यापार संघ कोरोना काल में बंद पड़ी अपनी कपड़े की दुकानों को फिर से खोलना चाहते हैं, क्योंकि यह शादियों का सीजन है और पहले से आर्डर किए हुए काफी सारे कपड़े भी व्यापारी के पास रखे हैं. जिनका समय पर उनके खरीदारों तक पहुंचना आवश्यक है. ऐसा ना होने पर दुकानदारों और खरीदारों दोनों का नुकसान होगा. जहां अभी शादियों का सीजन है, तो लोग अपने लिए नए कपड़े खरीदते है, लेकिन कोरोना के चलते राज्य सरकार की ओर से जन अनुशासन पखवाड़ा लगाया गया है.
ऐसी स्थिति में सभी कपड़ा व्यापारियों की दुकानें बंद है, जिसकी वजह से ना तो पहले से ऑर्डर पर तैयार किए गए कपड़े बिक पा रहे हैं ना ही लोग अन्य तरह के कपड़े खरीद पा रहे हैं, इतना ही नहीं व्यापार बंद होने पर सिर्फ दुकानदारों की आजीविका पर बुरा असर नहीं पड़ रहा है, बल्कि नौकरी करने वाले सेल्समैनों की माल ढोने वाले पल्लेदारों की ट्रांसपोटर्स सभी की आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. लोग जहां एक और कोरोना की वजह से घरों में रहने को मजबूर है, तो वहीं दूसरी तरफ कामकाज ठप होने से रोजमर्रा की चीजों के लिए जीवन यापन करने में कठिनाई को भी झेल रहे हैं.
शादियों के अलावा अगले महीने ईद भी आने वाली है, ऐसे में अगर कपड़ा दुकानें बंद रहेंगी तो लोग नए कपड़े कैसे, कहां से खरीद पाएंगे और अपना त्योहार कैसे मना पाएंगे. नए कपड़ों के अभाव के कारण शादी, ईद और दूसरे त्योहारों की रौनक फीकी पड़ जाएंगी.
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ऐसे में इन सभी परेशानियों और समस्याओं को सामने रखते हुए झुंझुनू के वस्त्र व्यापार संघ ने जिला कलेक्टर उमरदीन खान को ज्ञापन देकर अपनी समस्याओं का निदान मांगा है. व्यापारियों ने कलेक्टर को लिखित में यह आश्वासन भी दिया है कि कोरोना काल में दुकान खोलने के लिए जो भी नियम सरकार की ओर से बताए जाएंगे, उनका पूरी सख्ती से सभी व्यापारियों की ओर से पालना किया जाएगा.