झुंझुनूं. राजस्थान में सबसे ज्यादा सर्विस वोटर झुंझनूं जिले में हैं. इसका कारण यह है कि सबसे ज्यादा सैनिक भी इसी जिले में हैं. इन सर्विस वोटरों की संख्या 25327 है. इनमें से करीब 18500 पोल होकर सीलबंद लिफाफे वापस प्रशासन के पास पहुंच चुके हैं. इन मतों को ETPBS (Electronically Transmitted Postal Ballot System) के नाम से जाना जाता है.
अब ये वोट हार जीत को तय करने में बडी भूमिका निभा सकते हैं. क्योंकि इस बार के लोकसभा चुनाव में उनका वोट कास्ट करवाने के लिए बड़ा हिस्सा ऑनलाइन ही हुआ है.
सैनिक सर्विस वोटों ने हार को जीत में बदला
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में सैनिक सर्विस वोटरों ने हार जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. खेतड़ी विधानसभा में तो पूर्व मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ईवीएम काउंटिंग में काफी पीछे रह गए थे. इसके बाद सैनिक सर्विस वोटों ने ही हार को जीत में तब्दील कर दिया था. जितेंद्र सिंह नजदीकी मुकाबले में केवल 957 वोटों से जीतने में सफल रहे थे.