झुंझुनू. कृषि कानून के विरोध में शुक्रवार को अलवर के हरसोली और बानसूर में किसान रैली का आयोजन किया गया था. हरसोली से बानसूर जाते समय किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर ततारपुरा चौराहे पर लोगों ने हमला कर दिया. साथ ही टिकैत के ऊपर काली श्याही भी फेंक दी.
राकेश टिकैत के काफिले पर हुए हमले के विरोध में रविवार को झुंझुनू में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. साथ ही भाजपा नेताओं का पुतला फूंका गया. किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार तानाशाही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए ओछी हरकतों पर उतर आई है.
संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत पर जो हमला किया गया है वह भाजपा की एक सोजी समझी साजिश थी. उन्होंने कहा कि किसान इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं.
क्या हुई घटना...
टिकैत उपखंड के समीपवर्ती गांव हरसौली में किसान सभा को संबोधित कर बानसूर में किसान सभा में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तभी शाम करीब साढ़े 4 बजे ततारपुर चौराहे पर खड़े कुछ युवाओं ने स्वागत करने के बहाने उनके काफिले को रुकवा लिया, जैसे ही राकेश टिकैत अपने काफिले के साथ रुके, तभी उनके ऊपर हमला कर दिया और काली स्याही डाल दी गई. साथ ही लोगों ने उनकी गाड़ी के ऊपर पथराव कर दिया और लाठी-डंडों से उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ डाले. हमले में राकेश टिकैत को चोट नहीं आई.