सुरजगढ़ (झुंझुनू). जिले में कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिए गए सरकारी आदेशों की अवहेलना हो रही है. आदेशों की अवहेलना खुद सरकारी अधिकारी कर रहे हैं. पूरे राज्य में 50 से अधिक लोगों की इक्ट्ठा होने और आयोजन करने पर पाबंदी लगी है. फिर भी जिला कलेक्टर यूडी खान ने काजड़ा में रात्रि चौपाल लगाई.
वर्तमान समय में विश्वभर में फैल रहे कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के प्रयास किए जा रहे हैं. WHO ने भी इसे महामारी घोषित कर दिया है. केंद्र व राज्य सरकार भी इससे निपटने के प्रयासों में जुटी है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए राज्य सरकार ने भी सभी स्कूल-कॉलेज बंद करने के निर्देश दिए हैं. वहीं 50 से अधिक व्यक्तियों के समारोह और आयोजन पर पाबंदी है. फिर सरकार के इन निर्देशों के उलट जिले के सूरजगढ़ क्षेत्र में खुद अधिकारी ही सरकार के निर्देशों की अवमानना कर रहे हैं. काजड़ा ग्राम पंचायत में मंगलवार रात को जिला कलेक्टर यूडी खान ने रात्री चौपाल लगाई. काजड़ा पंचायत के आईटी सेंटर में आयोजित हुई चौपाल में ग्रामीण और कई अधिकारी शामिल हुए.
यह भी पढ़ें. कोरोना के चलते झुंझुनू बार एसोसिएशन ने किया वर्क सस्पेंड
इस कार्यक्रम के आयोजन से सरकार के 50 लोगों के एक स्थान पर नहीं रहने के निर्देशों की खुलेआम अवहेलना होती देखी गई. बैठक में कोरोना को लेकर किसी प्रकार की सावधानी भी नहीं बरती गई. इस चौपाल में ग्रामीणों ने गांव में फ्लोराईड युक्त पानी से मुक्ति दिलाने, अतिक्रमण, सड़क, चिकित्सा सहित अन्य मुद्दों से जिला कलेक्टर को रू-ब-रू कराया गया. जिस पर जिला कलेकटर यूडी खान ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए.
यह भी पढ़ें. झुंझुनू के 533 स्कूलों में वार्षिकोत्सव का आयोजन, भामाशाहों ने बुड़ाना के सरकारी स्कूल को दिए 40 लाख
इस रात्रि चौपाल के आयोजन को लेकर खुद डीएम यूडी खान समेत सभी अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आए. मीडिया ने उनसे इसे लेकर जब जवाब जानने चाहे तो वे कैमरे के सामने आने से कतराते नजर आए. रात्री चौपाल में डीएम यूडी खान के साथ, एडीएम राजेंद्र अग्रवाल, एसडीएम अभिलाषा सिंह, तहसीलदार बंशीधर योगी, सीईओ रामनिवास जाट, बीडीओ अरविंद गौड़ सहित अन्य अधिकारी और ग्रामीण मौजद रहे.