झुंझुनू. मंडावा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस एक अलग रणनीति के तहत काम कर रही है. यहां भाजपा ने अपने सभी कद्दावर सहित नेताओं की फौज उतार रखी है, तो कांग्रेस यहां बड़े नेताओं को उतारने से परहेज कर रही है. इसके बजाय सहयोग संगठनों को पंचायत स्तर और इसके बाद गांव तक जिम्मेदारी दी है.
इसी के लिए बाकायदा शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने बैठक ली और बाकायदा सूची बनाकर इनको जिम्मेदारी दी गई. इसके लिए स्थान भी मंडावा विधानसभा का नहीं चुना गया बल्कि झुंझुनू स्थित विद्यार्थी भवन यानी जाट बोर्डिंग में यह बैठक रखी गई.
यह भी पढ़ें : कोटा: पॉश कॉलोनी में दिनदहाड़े 17 लाख की चोरी, वारदात CCTV में कैद
संगठनात्मक जिम्मेदारी संभाली डोटासरा ने
पार्टी की तरफ से भले ही अधिकृत रूप से डोटासरा को यहां का प्रभारी नहीं बनाया गया है, लेकिन संगठनात्मक स्तर पर मंडावा विधानसभा की पूरी कमान डोटासरा ने ही संभाल रखी है. वहीं प्रचार की कमान प्रत्याशी स्वयं रीटा चौधरी के पास ही है. नेताओं के दौरे, उनके रुकने की व्यवस्था, प्रचार की जगह सभी डोटासरा ही तय कर रहे हैं.