झुंझुनू. कोरोना काल में लॉकडाउन के कई चरणों में परेशान जनता अधिकारियों के पास पहुंचती है, लेकिन वे उनके कागजों को मार्क कर रख लेते हैं और समस्या जस का तस बनी रहती है. जिला कलेक्टर ने इस पर एक नया प्रयोग करते हुए समाधान सेल का गठन किया है, जो किसी भी समस्या का समाधान नहीं होने तक पीछा करेंगे. यानी लगातार प्रोग्रेस रिपोर्ट ली जाएगी. ऐसे में कहीं ना कहीं अधिकारियों पर यह दबाव रहेगा कि इसकी लगातार मॉनेटरिंग होगी. ऐसे में समाधान होने की संभावना भी ज्यादा रहेगी.
व्हाट्सएप पर भी कॉपी...
अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया हुआ है, जिस पर शिकायतों की कॉपी डाल दी जाती है, यानि एक तरफ शिकायतकर्ता अपनी शिकायत जिला कलेक्टर को देता है और दूसरी शिकायत सीधे सम्बन्धित अधिकारी के पास पहुंच जाती है. यह बहाना भी नहीं रहता है कि मैंने शिकायत देखी नहीं है. इसके लिए जिला कलेक्टर की निजी शाखा के तीन बाबू विशेष रूप से इसके लिए ही लगे हुए हैं.
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निजी तौर पर करेंगे निगरानी...
इस बारे में जिला कलेक्टर यूडी खान का कहना है कि वे निजी तौर इस सेल का काम देखेंगे, क्योंकि जनता जिला कलेक्टर के पास तब ही पहुंचती है, जब निचे के स्तर पर उसकी समस्या सुनी नहीं जाती या समाधान नहीं हो पाता है. हालांकि अब समाधान सेल कितना काम कर पाएगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा.