झुंझुनू. जिले के पिलानी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सरिता बड़सरा को एक मामले में डीएलबी की ओर से दोषी मानने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसमें शिकायत करने वाले परिवादी के खिलाफ जहां पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है. वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर पूरे मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है.
विरोध में लोक जनशक्ति पार्टी भी शामिल हो गई और झुंझुनू पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को लोजपा पार्टी की ओर से ज्ञापन सौंपा गया. इसमें लोजपा समाजवादी पार्टी की ओर से सरिता बड़सरा पर आरोप लगाए गए कि वह अपनी मनमानी करती हैं और आम जनता को अपनी पोस्ट का रौब दिखाती है.
यह बताया है मामला...
भरत कुमार शेखावत ने बताया कि 17 दिसंबर को नगर पालिका अधिशासी अधिकारी सरिता बड़सरा के खिलाफ मेरे द्वारा दर्ज शिकायत में शासन विभाग की ओर से अधिशासी अधिकारी सरिता बड़सरा को दोषी माना है. इस शिकायत को वापस लेने के लिए सरिता बड़सरा की ओर से मेरे पर दबाव डाला और गाली-गलौज की. साथ ही धमकी देते हुआ कहा कि आप अपनी शिकायत वापस ले लो नहीं तो मैं आपके खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करवा दूंगी. इसी मामले को लेकर कुछ मांगे मनवाने के लिए ज्ञापन दिया गया. अगर यह मांगे नहीं मानी जाती हैं तो जिला कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा.
लोगों ने ये रखी मांग...
नगर पालिका में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच, अधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए और भरत कुमार के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाने पर उसके ऊपर धारा 182 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाए.