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प्रेरक पहल: गांव के जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए आगे आई पूर्व छात्र परिषद, वितरित की खाद्य सामग्री किट

झुंझुनू में पूर्व छात्र परिषद राजकीय विद्यालय छापड़ा ने अपने गांव में जरूरतमंद के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं. पूर्व छात्र परिषद ने विधवा, विकलांग, बीपीएल और अन्य लोगों को चिन्हित कर उन्हें खाद्य सामग्री किट और घर के प्रत्येक सदस्य के लिए मास्क वितरित किया.

झुंझुनू न्यूज, rajasthan corona case
पूर्व छात्र परिषद ने जरूरतमंद लोगों को वितरित की खाद्य सामग्री किट
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Published : May 24, 2021, 5:15 PM IST

झुंझुनू. कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते ग्राम छापड़ा के पूर्व छात्र परिषद राजकीय विद्यालय छापड़ा ने अपने गांव के जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्य सामग्री किट और घर के प्रत्येक सदस्य के लिए मास्क वितरित किया है. पूर्व छात्र परिषद के सचिव दीपचंद लाखवान ने बताया कि गांव के जनप्रतिनिधियों और मोजीज लोगों से सलाह मशवरा कर जरूरतमंद परिवारों की पहचान की गई. जिनमें विधवा, विकलांग, बीपीएल, गंभीर बीमारी से ग्रसित आदि श्रेणी के लोग सम्मिलित हैं. पूर्व छात्र परिषद ने पूरे गांव को अपना परिवार मानते हुए जरूरतमंद व्यक्तियों को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए महामारी के समय उन्हें संबलन प्रदान करने की कोशिश की है.

पूर्व छात्र परिषद ने जरूरतमंद लोगों को वितरित की खाद्य सामग्री किट

दो घंटों में स्वेच्छा से जुटी 55 हजार रुपए की सहयोग राशि

गांव के जरूरतमंदों को किट वितरण का विचार आते ही पूर्व छात्र परिषद के अपने ग्रुप में लिखा कि जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवानी है और इस कार्य के लिए यदि कोई व्यक्ति सहयोग राशि देकर पुण्य कमाना चाहता है तो 1100 रुपए या अधिकतम 2100 का सहयोग कर सकता है. इस प्रकार गु्रप में सूचना डालने के 2 घंटे के भीतर ही 55 हजार से अधिक की राशि इकट्ठा हो गई. किसी भी सदस्य से व्यक्तिगत रूप से सहयोग राशि देने की अपील नहीं की गई. इस तरह बिना मोटिवेट किए स्वेच्छा से सहयोग करने वालों की यह मिसाल मिलनी मुश्किल है.

टीम बनाकर पहुंचाई जरूरतमंद तक मदद

हर बार की तरह इस बार भी पूर्व छात्र परिषद ने खाद्य वितरण कार्यक्रम के लिए एक टीम का गठन किया. इस टीम में कमांडो अली हुसैन, रतनसिंह और सुरेंद्र धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में मरीन कमांडो सुखबीर सिंह शेखावत, कोच भरत सिंह, इकबाल यासीन खान, मिंटू मामन सिंह, शक्ति रतन सिंह, हेमंत सिंह, रतन पाल यादव, हरि सिंह यादव, जय सिंह यादव, मनोज सिंह, डॉ. मुकेश जोशी और केदारमल पारीक ने बहुत ही समर्पण और उत्साह से कार्य संपन्न किया. साथ ही लाभार्थियों की पहचान खाद्य सामग्री किट में सामग्री का चयन और खरीद-वितरण का कार्य किया. खाद्य सामग्री पैकिंग और वितरण करने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य को एक हैंड सैनिटाइजर, हैंड ग्लव्ज, मास्क और पीने के पानी की बोतल उपलब्ध करवाई गई. इस अभियान के लिए मसाला और अन्य सामग्री बाजार से खरीदी गई और गेहूं गांव में ही खरीद आटा तैयार करवाया गया. जिसमें 15 किलो आटा और लगभग 10 किलो अन्य सामग्री के पैकेट बनाए गए. एक सामान्य परिवार के लिए 15 दिन का राशन दिया गया.

लाभार्थियों की पहचान रखी गोपनीय

इस संपूर्ण कार्य में लाभार्थियों के नाम सार्वजनिक नहीं किया गया. यह कार्य गोपनीय रूप से किया गया. किसी भी लाभार्थी को किट वितरित करते समय फोटोग्राफी नहीं की गई. लाभार्थी को किट देते समय बताया कि हम यह किसी पर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं, उनकी ओर से अपने ही घर के सदस्यों के लिए कुछ दिन की मदद कर रहे हैं.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में 'थप्पड़बाज' कलेक्टर को पद से हटाया जा सकता है तो बारां कलेक्टर पर कार्रवाई क्यों नहीं : विधायक भरत सिंह

प्रवासी भामाशाह भी हुए प्रेरित

इस संपूर्ण कार्य के लिए गांव के युवाओं को प्रोत्साहित कर आगे लाने वाले परिषद सचिव दीपचंद लाखवान ने बताया कि परिषद के सराहनीय कार्य को देखकर गांव के प्रवासी भामाशाह भी संपर्क कर रहे हैं और गांव में कोरोना महामारी के विकराल रूप को और संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर फूलचंद सेठी राजकीय प्राथमिक चिकित्सालय में पांच ऑक्सीजन युक्त बेड और अन्य समस्त प्रकार के चिकित्सकीय उपकरण सामग्री देने के लिए प्रस्ताव दिया है, शीघ्र ही ये व्यवस्था गांव में उपलब्ध करवा दी जाएंगी. सूरजगढ़ तहसीलदार सतीश राव ने परिषद ने किए जा रहे कार्य की सराहना की और प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया.

पूर्व छात्र परिषद राजकीय विद्यालय छापड़ा पूर्व में भी संपूर्ण गांव का सैनिटाइजेशन, गांव में एक्सपर्ट वैद्य की सहायता से बनवा कर पूरे गांव में आयुर्वैदिक काढ़ा वितरण, ऑडियो मैसेज रिकॉर्ड के माध्यम से पूरे गांव में कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं.

झुंझुनू. कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते ग्राम छापड़ा के पूर्व छात्र परिषद राजकीय विद्यालय छापड़ा ने अपने गांव के जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्य सामग्री किट और घर के प्रत्येक सदस्य के लिए मास्क वितरित किया है. पूर्व छात्र परिषद के सचिव दीपचंद लाखवान ने बताया कि गांव के जनप्रतिनिधियों और मोजीज लोगों से सलाह मशवरा कर जरूरतमंद परिवारों की पहचान की गई. जिनमें विधवा, विकलांग, बीपीएल, गंभीर बीमारी से ग्रसित आदि श्रेणी के लोग सम्मिलित हैं. पूर्व छात्र परिषद ने पूरे गांव को अपना परिवार मानते हुए जरूरतमंद व्यक्तियों को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए महामारी के समय उन्हें संबलन प्रदान करने की कोशिश की है.

पूर्व छात्र परिषद ने जरूरतमंद लोगों को वितरित की खाद्य सामग्री किट

दो घंटों में स्वेच्छा से जुटी 55 हजार रुपए की सहयोग राशि

गांव के जरूरतमंदों को किट वितरण का विचार आते ही पूर्व छात्र परिषद के अपने ग्रुप में लिखा कि जरूरतमंद व्यक्तियों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवानी है और इस कार्य के लिए यदि कोई व्यक्ति सहयोग राशि देकर पुण्य कमाना चाहता है तो 1100 रुपए या अधिकतम 2100 का सहयोग कर सकता है. इस प्रकार गु्रप में सूचना डालने के 2 घंटे के भीतर ही 55 हजार से अधिक की राशि इकट्ठा हो गई. किसी भी सदस्य से व्यक्तिगत रूप से सहयोग राशि देने की अपील नहीं की गई. इस तरह बिना मोटिवेट किए स्वेच्छा से सहयोग करने वालों की यह मिसाल मिलनी मुश्किल है.

टीम बनाकर पहुंचाई जरूरतमंद तक मदद

हर बार की तरह इस बार भी पूर्व छात्र परिषद ने खाद्य वितरण कार्यक्रम के लिए एक टीम का गठन किया. इस टीम में कमांडो अली हुसैन, रतनसिंह और सुरेंद्र धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में मरीन कमांडो सुखबीर सिंह शेखावत, कोच भरत सिंह, इकबाल यासीन खान, मिंटू मामन सिंह, शक्ति रतन सिंह, हेमंत सिंह, रतन पाल यादव, हरि सिंह यादव, जय सिंह यादव, मनोज सिंह, डॉ. मुकेश जोशी और केदारमल पारीक ने बहुत ही समर्पण और उत्साह से कार्य संपन्न किया. साथ ही लाभार्थियों की पहचान खाद्य सामग्री किट में सामग्री का चयन और खरीद-वितरण का कार्य किया. खाद्य सामग्री पैकिंग और वितरण करने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य को एक हैंड सैनिटाइजर, हैंड ग्लव्ज, मास्क और पीने के पानी की बोतल उपलब्ध करवाई गई. इस अभियान के लिए मसाला और अन्य सामग्री बाजार से खरीदी गई और गेहूं गांव में ही खरीद आटा तैयार करवाया गया. जिसमें 15 किलो आटा और लगभग 10 किलो अन्य सामग्री के पैकेट बनाए गए. एक सामान्य परिवार के लिए 15 दिन का राशन दिया गया.

लाभार्थियों की पहचान रखी गोपनीय

इस संपूर्ण कार्य में लाभार्थियों के नाम सार्वजनिक नहीं किया गया. यह कार्य गोपनीय रूप से किया गया. किसी भी लाभार्थी को किट वितरित करते समय फोटोग्राफी नहीं की गई. लाभार्थी को किट देते समय बताया कि हम यह किसी पर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं, उनकी ओर से अपने ही घर के सदस्यों के लिए कुछ दिन की मदद कर रहे हैं.

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प्रवासी भामाशाह भी हुए प्रेरित

इस संपूर्ण कार्य के लिए गांव के युवाओं को प्रोत्साहित कर आगे लाने वाले परिषद सचिव दीपचंद लाखवान ने बताया कि परिषद के सराहनीय कार्य को देखकर गांव के प्रवासी भामाशाह भी संपर्क कर रहे हैं और गांव में कोरोना महामारी के विकराल रूप को और संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर फूलचंद सेठी राजकीय प्राथमिक चिकित्सालय में पांच ऑक्सीजन युक्त बेड और अन्य समस्त प्रकार के चिकित्सकीय उपकरण सामग्री देने के लिए प्रस्ताव दिया है, शीघ्र ही ये व्यवस्था गांव में उपलब्ध करवा दी जाएंगी. सूरजगढ़ तहसीलदार सतीश राव ने परिषद ने किए जा रहे कार्य की सराहना की और प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया.

पूर्व छात्र परिषद राजकीय विद्यालय छापड़ा पूर्व में भी संपूर्ण गांव का सैनिटाइजेशन, गांव में एक्सपर्ट वैद्य की सहायता से बनवा कर पूरे गांव में आयुर्वैदिक काढ़ा वितरण, ऑडियो मैसेज रिकॉर्ड के माध्यम से पूरे गांव में कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं.

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