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लेह में शहीद हुआ शेखावाटी का लाल, CM गहलोत का शहादत पर सलाम

झुंझुनू जिले के जाखल गांव निवासी अजय कुमावत लेह क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. उनकी शहादत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर सलाम किया है. बता दें कि शनिवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचेगा.

Ajay Kumawat martyred in Leh, Jhunjhunu army jawan martyr
लेह में शहीद हुए झुंझुनू के अजय कुमावत
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Published : Jun 19, 2020, 4:48 PM IST

Updated : Jun 20, 2020, 12:53 AM IST

नवलगढ़ (झुंझुनू). देश की रक्षा करते हुए वीरों की धरती कहे जाने वाली शेखावाटी के एक और लाल ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. राजस्थान के झुंझुनू जिले के जाखल गांव के अजय कुमावत लेह क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. गुरुवार को जैसे ही यह खबर अजय कुमावत के परिजनों को मिली, तो वे सुनते ही स्तब्ध हो गए. हालांकि शहीद अजय की माता और पत्नी को अभी शहादत के बारे में नहीं बताया गया है. 32 वर्ष की उम्र में अजय ने देश के लिए शहादत दे दी.

लेह में शहीद हुआ शेखावाटी का लाल

कल सुबह गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर

सियाचीन में आर्मी के एक ऑपरेशन के दौरान अजय कुमावत वीरगति को प्राप्त हुए. अजय कुमावत की पार्थिव देह शुक्रवार देर शाम को झुंझुनू पहुंची और शनिवार सुबह झुंझुनू से जाखल गांव के लिए रवाना होगी.

19 साल की आयु में सेना में हुए थे भर्ती

अजय सेना में भर्ती के समय केवल 19 साल के थे. वे 2007 में सेना में भर्ती हुए थे. ग्लेशियर की चढ़ाई के दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए. जाखल गांव के युवा बताते हैं कि 5वीं कक्षा से ही अजय कुमावत में सेना में जाने का जुनून था. 10वीं कक्षा पास करते ही अजय सेना भर्ती की तैयारी करने लगे थे. उनका देश सेवा का जुनून हमेशा से देखते ही बनता था.

पढ़ें- लेह में देखी गईं फाइटर जेट की गतिविधियां

शहीद अजय के दोस्त मनदीप सिंह और जोगेंद्र सिंह बताते हैं कि जब वह 15 मार्च को छुट्टियां बिताकर वापस गए, तो कह रहे थे कि अब 3 महीने की ड्यूटी सियाचिन में करने के बाद जल्द ही अजमेर में पोस्टिंग होने वाली है, तब गांव आना होगा.

बचपन से ही था देश भक्ति का जज्बा

शहीद अजय के गांव के रहने वाले शिवराज सिंह शेखावत बताते हैं कि अजय के पिता परमेश्वरलाल मजदूरी का काम करते हैं. अजय का परिवार गांव में काफी प्रतिष्ठित है. अजय बचपन से ही बड़े होनहार थे. अजय ने हमेशा ही स्कूल हो या कॉलेज अपनी एक अलग छाप छोड़ी थी. वे यहां होली की छुट्टियां बिताकर वापस लौटे थे. वे देशहित की बात गांव के बच्चों को भी सिखाया करते थे. उन्होंने कहा कि देश के प्रति उनका जज्बा ही था कि आज वे शहीद हो गए.

सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन ने बताया कि उन्हें अजय कुमावत के शहीद होने की सूचना गुरुवार दोपहर को मिली. इसके बाद जिला प्रशासन के माध्यम से भी शहीद के परिजनों को शहादत की सूचना दे दी गई है. जिसके बाद शहीद के घर पर लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है. शुक्रवार शाम को ग्रामीणों ने अंत्येष्टि स्थल की साफ-सफाई का काम किया. युवाओं ने मिट्टी डलवाकर अंत्येष्टि स्थान को विशेष ऊंचा बनवाया है. साथ ही समतलीकरण का कार्य भी करवाया गया है.

सीएम अशोक गहलोत ने किया ट्वीट

  • Salute the martyrdom of village Jakhal, #Jhunjhunu, #Rajasthan’s braveheart, Sh. Ajay Kumawat, who made the supreme sacrifice in the line of duty in Leh area. We stand with his family in this most difficult time and pray they find strength.

    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 19, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सैनिक की शहादत को सलाम किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जाखल निवासी जवान ने लेह लद्दाख में अपना कर्तव्य निभाते हुए बलिदान दिया है. गहलोत ने कहा कि हम इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़े हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में परिवार को ताकत मिले.

नवलगढ़ (झुंझुनू). देश की रक्षा करते हुए वीरों की धरती कहे जाने वाली शेखावाटी के एक और लाल ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. राजस्थान के झुंझुनू जिले के जाखल गांव के अजय कुमावत लेह क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. गुरुवार को जैसे ही यह खबर अजय कुमावत के परिजनों को मिली, तो वे सुनते ही स्तब्ध हो गए. हालांकि शहीद अजय की माता और पत्नी को अभी शहादत के बारे में नहीं बताया गया है. 32 वर्ष की उम्र में अजय ने देश के लिए शहादत दे दी.

लेह में शहीद हुआ शेखावाटी का लाल

कल सुबह गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर

सियाचीन में आर्मी के एक ऑपरेशन के दौरान अजय कुमावत वीरगति को प्राप्त हुए. अजय कुमावत की पार्थिव देह शुक्रवार देर शाम को झुंझुनू पहुंची और शनिवार सुबह झुंझुनू से जाखल गांव के लिए रवाना होगी.

19 साल की आयु में सेना में हुए थे भर्ती

अजय सेना में भर्ती के समय केवल 19 साल के थे. वे 2007 में सेना में भर्ती हुए थे. ग्लेशियर की चढ़ाई के दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए. जाखल गांव के युवा बताते हैं कि 5वीं कक्षा से ही अजय कुमावत में सेना में जाने का जुनून था. 10वीं कक्षा पास करते ही अजय सेना भर्ती की तैयारी करने लगे थे. उनका देश सेवा का जुनून हमेशा से देखते ही बनता था.

पढ़ें- लेह में देखी गईं फाइटर जेट की गतिविधियां

शहीद अजय के दोस्त मनदीप सिंह और जोगेंद्र सिंह बताते हैं कि जब वह 15 मार्च को छुट्टियां बिताकर वापस गए, तो कह रहे थे कि अब 3 महीने की ड्यूटी सियाचिन में करने के बाद जल्द ही अजमेर में पोस्टिंग होने वाली है, तब गांव आना होगा.

बचपन से ही था देश भक्ति का जज्बा

शहीद अजय के गांव के रहने वाले शिवराज सिंह शेखावत बताते हैं कि अजय के पिता परमेश्वरलाल मजदूरी का काम करते हैं. अजय का परिवार गांव में काफी प्रतिष्ठित है. अजय बचपन से ही बड़े होनहार थे. अजय ने हमेशा ही स्कूल हो या कॉलेज अपनी एक अलग छाप छोड़ी थी. वे यहां होली की छुट्टियां बिताकर वापस लौटे थे. वे देशहित की बात गांव के बच्चों को भी सिखाया करते थे. उन्होंने कहा कि देश के प्रति उनका जज्बा ही था कि आज वे शहीद हो गए.

सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन ने बताया कि उन्हें अजय कुमावत के शहीद होने की सूचना गुरुवार दोपहर को मिली. इसके बाद जिला प्रशासन के माध्यम से भी शहीद के परिजनों को शहादत की सूचना दे दी गई है. जिसके बाद शहीद के घर पर लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है. शुक्रवार शाम को ग्रामीणों ने अंत्येष्टि स्थल की साफ-सफाई का काम किया. युवाओं ने मिट्टी डलवाकर अंत्येष्टि स्थान को विशेष ऊंचा बनवाया है. साथ ही समतलीकरण का कार्य भी करवाया गया है.

सीएम अशोक गहलोत ने किया ट्वीट

  • Salute the martyrdom of village Jakhal, #Jhunjhunu, #Rajasthan’s braveheart, Sh. Ajay Kumawat, who made the supreme sacrifice in the line of duty in Leh area. We stand with his family in this most difficult time and pray they find strength.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सैनिक की शहादत को सलाम किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जाखल निवासी जवान ने लेह लद्दाख में अपना कर्तव्य निभाते हुए बलिदान दिया है. गहलोत ने कहा कि हम इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़े हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में परिवार को ताकत मिले.

Last Updated : Jun 20, 2020, 12:53 AM IST
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