झुंझुनू. गुढ़ा थाना क्षेत्र के सीथल गांव में तबीयत बिगड़ने पर एक परिवार के 5 लोगों को अस्पताल में एडमिट किया गया. मंगलवार सुबह संदिग्ध परस्थितियों में दो नाबालिग बालिकाओं की मौत हो गई, जबकि 2 की हालत गंभीर बनी हुई. दोनों का इलाज बीडीके अस्पताल में चल रहा है, जबकि एक की हालत खतरे से बाहर है. बालिकाओं के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. प्रथम दृष्टया में मामला फूड पॉइजनिंग का बताया जा रहा है. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है.
अस्पताल के डॉ कपिल सिहाग ने बताया कि फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. फूड प्वाइजनिंग के अंदेशे से स्वास्थ्य विभाग ने खाने के सैंपल लिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा. सूचना पर पहुंची गुढ़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सूचना पर एडीएम जेपी गौड़, एसडीएम सुप्रीया चौधरी, तहसीलदार महेन्द्र मूण्ड बीडीके अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. सीएमएचओ राजकुमार डांगी ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इनकी मौत कैसे हुई और हालत कैसे बिगड़ी. मौके पर चिकित्सा विभाग की टीम को भेजा गया है. खाने के सैंपल लिए गए हैं.
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मां-पिता और बेटी का इलाज जारी : परिजनों के अनुसार सीथल निवासी बूटीराम के घर रविवार रात को दाल बनी थी. पूरा परिवार खाना खाकर सो गया. सोमवार सुबह सभी की तबियत बिगड़नी शुरू हो गई. इसपर सभी ने गुढ़ा गौड़जी कस्बे में निजी चिकित्सक को दिखाया और दवा लेकर घर चले आए. इसके बाद सोमवार शाम को उल्टी-दस्त होने लगी. हालात ज्यादा खराब होने पर पड़ोसियों की मदद से आनन फानन में बूटीराम (35), पत्नी अनीता (32), बेटी लक्ष्या (8), तनिष्का (6) और तनुजा (11) को झुंझुनू के बीडीके अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया. मंगलवार सुबह लक्ष्या और तनिष्का को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, जबकि बूटीराम और उसकी पत्नी अनीता की हालात गंभीर बताई जा रही है. वहीं, तीसरी बालिका तनुजा की हालात खतरे से बाहर है. फिलहाल तीनों का बीडीके अस्पताल में इलाज जारी है.