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झुंझुनूं के सबसे बड़े अस्पताल में नहीं होगी बिजली गुल, 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित - बीडीके हॉस्पिटल में 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित

झुंझुनूं में जल्दी ही मेडिकल कॉलेज खुलने वाला है. लेकिन, इस बीच स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बेहद खराब मालूम पड़ते हैं. यहां तक कि जिले के सबसे बड़े अस्पताल बीडीके हॉस्पिटल में जनरेटर की व्यवस्था भी इतनी नहीं थी कि अचानक बिजली गुल होने पर तत्काल बिजली की व्यवस्था कराई जा सके.

generators established in bdk hospital in jhunjhunu, बीडीके हॉस्पिटल में 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित
बीडीके हॉस्पिटल में 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित
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Published : Dec 2, 2019, 4:13 PM IST

झुंझुनूं. जिले के सबसे बड़े अस्पताल बीडीके हॉस्पिटल में अचानक बिजली गुल हो जाने के बाद बिजली आपूर्ति के लिए परिसर में 200 केवी के दो जनरेटर लगाए गए हैं. इससे पहले अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था इतनी भी नहीं थी कि बिजली गुल होने पर तत्काल बिजली की व्यवस्था कराई जा सके. गौरतलब है कि कई सालों से बिजली की परेशानी का सामना कर रहे मरीजों को अब अंधेरे का सामना नहीं करना पड़ेगा.

बीडीके हॉस्पिटल में 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित

जिला प्रशासन के प्रयासों से अस्पताल में 200 केवी क्षमता के दो जनरेटर लग जाने से यहां पर बिजली गुल होने का स्थाई समाधान हो गया है. बता दें कि पिछले 1 साल से मरीजों द्वारा एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें बिजली गुल होने की आ रही थी.

अस्पताल में बिजली गुल होने पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी. गर्मी में तो मरीजों की बेहद खराब हालत हो जाती थी. जिसके बाद इस समस्या को देखते हुए डीएमआरएस की बैठक बुलाकर पीएमओ को दो बड़े जनरेटर लगवाने के निर्देश दिए गए. जिसके बाद इसका प्रस्ताव तैयार कर उच्च स्तर पर भेजा गया और 200 केवी के दो जनरेटर के टेंडर पास हुए. दोनों ही जनरेटरों को स्थापित कर अस्पताल की बिजली आपूर्ति को दो भागों में बांटा गया. जिसके तहत इंजन एक्टरों की क्षमता की जांच की गई, जिसमें पूरे अस्पताल में बिजली आपूर्ति पर्याप्त पाई गई. इससे अब अचानक बिजली गुल हो जाने के बाद भी बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था होगी.

झुंझुनूं. जिले के सबसे बड़े अस्पताल बीडीके हॉस्पिटल में अचानक बिजली गुल हो जाने के बाद बिजली आपूर्ति के लिए परिसर में 200 केवी के दो जनरेटर लगाए गए हैं. इससे पहले अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था इतनी भी नहीं थी कि बिजली गुल होने पर तत्काल बिजली की व्यवस्था कराई जा सके. गौरतलब है कि कई सालों से बिजली की परेशानी का सामना कर रहे मरीजों को अब अंधेरे का सामना नहीं करना पड़ेगा.

बीडीके हॉस्पिटल में 200 केवी के दो जनरेटर स्थापित

जिला प्रशासन के प्रयासों से अस्पताल में 200 केवी क्षमता के दो जनरेटर लग जाने से यहां पर बिजली गुल होने का स्थाई समाधान हो गया है. बता दें कि पिछले 1 साल से मरीजों द्वारा एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें बिजली गुल होने की आ रही थी.

अस्पताल में बिजली गुल होने पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी. गर्मी में तो मरीजों की बेहद खराब हालत हो जाती थी. जिसके बाद इस समस्या को देखते हुए डीएमआरएस की बैठक बुलाकर पीएमओ को दो बड़े जनरेटर लगवाने के निर्देश दिए गए. जिसके बाद इसका प्रस्ताव तैयार कर उच्च स्तर पर भेजा गया और 200 केवी के दो जनरेटर के टेंडर पास हुए. दोनों ही जनरेटरों को स्थापित कर अस्पताल की बिजली आपूर्ति को दो भागों में बांटा गया. जिसके तहत इंजन एक्टरों की क्षमता की जांच की गई, जिसमें पूरे अस्पताल में बिजली आपूर्ति पर्याप्त पाई गई. इससे अब अचानक बिजली गुल हो जाने के बाद भी बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था होगी.

Intro:


झुंझुनू जिले में जल्दी ही मेडिकल कॉलेज खुलने वाला है लेकिन इस बीच स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बेहद खराब थे। यहां तक कि जिले के सबसे बड़े अस्पताल बीड़ी के हॉस्पिटल में जनरेटर की व्यवस्था भी इतनी नहीं थी कि बिजली गुल होने पर मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े ।हालांकि अब कम से कम बिजली जाने पर भी सप्लाई का स्थाई व्यवस्था कर दिया गया है।





Body:झुंझुनू। बीडीके अस्पताल में 200 केवी के दो जनरेटर लगाए गए हैं और कई सालों से परेशानी का सामना कर रहे मरीजों को अब अंधेरे का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला प्रशासन के प्रयासों से अस्पताल में 200 केवी क्षमता के दो जनरेटर लगा देने से यहां पर बिजली गुल होने का स्थाई समाधान हो गया है।. पिछले 1 साल से मरीजों द्वारा एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें बिजली गुल होने की आ रही थी।

पाई गई पर्याप्त व्यवस्था
अस्पताल में बिजली गुल होने पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी ।गर्मी में तो मरीजों की हालत ज्यादा खराब हो जाती थी समस्या को देखते हुए डीएमआरएस की बैठक बुलाकर पीएमओ को निर्देश दिए कि वे अस्पताल की बिजली क्षमता को देखते हुए दो बड़े जनरेटर खरीदें। इसका प्रस्ताव तैयार कर उच्च स्तर पर भेजा गया और 200 केवी के दो जनरेटर के टेंडर कराए। दोनों जनरेटर स्थापित कर अस्पताल की बिजली आपूर्ति को दो भागों में बांट कर इंजन एक्टरों की क्षमता की जांच की गई ,जिसमें पूरे अस्पताल में बिजली आपूर्ति पर्याप्त पाई गई।


बाइट शुभकरण कालेर पीएमओ


Conclusion:
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