झालावाड़/भीलवाड़ा/धौलपुर. राजस्थान में इन दोनों सर्दी का प्रकोप अपने चरम पर है. दिसंबर माह के अंतिम दौर में जहां कई जिलों में पारा जमाव बिंदु पर बना हुआ है. ऐसे में हाड़ कंपाने वाली सर्दी ने आम लोगों के जीवन को खासा प्रभावित किया है. वहीं, मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिनों में सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद कम ही है. सोमवार को झालावाड़, भीलवाड़ा और धौलपुर जिले में भी सर्द मौसम का असर दिखाई दिया, जहां सुबह उठते ही आसमान में बादल छाने से चारों तरफ कोहरा छाया रहा.
झालावाड़ जिले में तो सड़क पर इक्का-दुक्का वाहन लाइट जलाकर रेंगते नजर आए, तो कई लोंगो ने सड़क पर अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन किए. सुबह के समय कोहरा के कारण विजिबिलिटी इतनी कम थी कि पास की वस्तु भी दिखाई नहीं दे रही थी. इस कारण हाईवे पर चल रहे वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई. बेदर्द मौसम में लोग सुबह देर तक बिस्तरों में ही दुबके नजर आए.
मौसम विभाग की माने तो झालावाड़ में तापमान में काफी गिरावट देखी गई है. अधिकतम तापमान 22 डिग्री तो न्यूनतम 8 डिग्री तक पहुंच गया है. इस दौरान रात को कई जगहों पर ओस गिरने से खेतों सहित बाग-बगीचों में नमी आ गई है. मौसम विभाग ने बताया कि अलगे कुछ दिन मौसम में उतार-चढ़ाव ऐसे ही बना रहेगा. इसके बाद सर्दी में और तेजी होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
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मावठ के बाद सरसों ने ओढी पीली चादर : जिले में कुछ दिनों पहले हुई बारिश और ओस के कारण मौसम में कुछ नमी आई है. ऐसे में इन दिनों किसानों के खेत में भी फसलें लहलहाने लगी है. इधर, मौसम के बदलाव के कारण सरसों की फसल ने खेतों में पीले रंग की चादर ओढ़ ली है. क्षेत्र के किसानों का कहना है कि हल्की मावठ से सरसों, गेहूं और चने की फसलों को फायदा हुआ है.
भीलवाड़ा में भी कोहरे से विजिबिलिटी कम : भीलवाड़ा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में अल सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है. कोहरे से विजिबिलिटी कम होने के कारण जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं, एकाएक सर्दी का भी कहर बढ़ गया, जिसके कारण लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. लोग दिन में भी वाहनों की लाइट जलाकर वाहन चलाते दिखे.
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रबी की फसलों को होगा फायदा : कोहरे के साथ ओस की बूंदें गिरने के कारण इस बार किसानों की ओर से अपने खलियानों में बोई गई रबी की फसल को सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं रहेगी और उपज भी ज्यादा होगी. भीलवाड़ा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर इंदर सिंह संचेती का मानना है कि कोहरे से जमीन में नमी बनी रहती है और फसलों में फुटान ज्यादा होती है, जिसके कारण पौधा बड़ा होता है. कोहरे से फसलों में अच्छा उत्पादन होगा.
धौलपुर में भी सर्दी के सितम ने लोगों को किया बेहाल : जिले में सोमवार को दूसरे दिन भी घने कोहरे ने दस्तक दे दी. सर्दी के सितम ने लोगों को बेहाल कर दिया है. हाईवे और सड़क मार्गों पर आवागमन की रफ्तार थम गई है. विजिबिलिटी काफी कम होने की वजह से वाहन चालक सड़कों पर रेंगते हुए दिखाई दे रहे हैं. कामदार लोगों को बाहर निकलने में परेशानी हो रही है. स्कूल एवं कोचिंग सेंटर जाने वाले विद्यार्थी भी सर्दी के सितम से जूझ रहे हैं. धौलपुर में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 8 डिग्री एवं अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.