झालावाड़. कोतवाली थाना क्षेत्र के गुढा गांवडी में गत 1 जुलाई को आपसी रंजिश में झालरापाटन के युवक के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई थी. जिसके बाद घायल युवक कृष्णा ने इलाज के दौरान मंगलवार को जयपुर में दम तोड़ दिया.
बुधवार को मृतक के शव को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच झालरापाटन लाया गया और पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान मृत युवक कृष्णा हरिजन की शव यात्रा में हजारों लोग उमड़ पड़े.
झालरापाटन शहर में भारी पुलिस जाप्ता भी तैनात किया गया था. घटना के विरोध में कुछ संगठनों के आह्वान पर झालरापाटन शहर और खानपुर कस्बा पूरी तरह से बंद रहा. बता दें कि सारे मामले में हत्या के आरोपियों ने हमले के दौरान वीडियो भी बनाया था. जिसे बाद में दहशत फैलाने के लिए वायरल भी कर दिया था.
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हमले के नामजद सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. बुधवार को पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा और एस पी समेत आला पुलिस अधिकारी और भारी पुलिस बल झालरापाटन में तैनात रहा.
कुछ दिन पहले झालरापाटन कस्बे में सागर कुरेशी नामक एक युवक पर एक गुट के युवकों ने आपसी रंजिश में तलवार से हमला कर घायल कर दिया था. उसके बाद से ही दोनों गुटों में तनातनी चल रही थी. इसी मामले में कुछ दिन बाद ही सागर कुरेशी के गुट ने दूसरे पक्ष के युवक कृष्णा हरिजन पर झालरापाटन से झालावाड़ आते समय जानलेवा हमला कर दिया था. हमले के दौरान करीब 6 से अधिक बदमाशों ने युवक कृष्णा पर लाठी-डंडों और सरियों से हमला कर गंभीर रुप से घायल कर दिया था.
जिसके बाद उसे झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बाद में कोटा और कोटा से जयपुर रेफर कर दिया गया था. मंगलवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. सारे मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था. जिसके बाद झालरापाटन में भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया. माहौल बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों पर भी नजर रखी जा रही है.
इस दौरान बुधवार को मृतक की अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़ पड़े. इस दौरान एक दो बार माहौल तनावपूर्ण भी हुआ, लेकिन पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया. फिलहाल पूरे झालरापाटन शहर में माहौल तनावपूर्ण हैं और अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात हैं और ड्रोन से निगरानी की जा रही है. वहीं, घटना के विरोध में कुछ संगठनों के आह्वान पर झालरापाटन और खानपुर कस्बे पूरी तरह बंद रहे.