झालावाड़. जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ जंग में सबसे अहम भूमिका डॉक्टर्स की है, लेकिन झालावाड़ के डॉक्टर्स को दोहरी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. झालावाड़ में डॉक्टर्स के एकमात्र शिक्षण संस्थान मेडिकल कॉलेज की सड़क पूरी तरह से बीमार हो गई है. ऐसे में यहां पर डॉक्टर्स को न सिर्फ कोरोना से बल्कि खस्ताहाल सड़क से भी जूझना पड़ रहा है.
यहां आने वाले डॉक्टर्स और विद्यार्थियों के लिए वाहन चलाना तो दूर बल्कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. ऐसे में अब बारिश ने विद्यार्थियों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ा दी है. सड़क के गड्ढों में विद्यार्थी पहले जैसे-तैसे पैदल तो चल लेते थे, लेकिन अब गड्ढों में पानी भर जाने के कारण यह भी मुश्किल हो गया है. जिसके चलते विद्यार्थियों के लिए कॉलेज के अंदर और बाहर निकलना भी चुनौती भरा काम हो गया है.
पढ़ेंः Special : कोरोना की भेंट चढ़ा करौली का ऐतिहासिक गणेश मेला, भक्तों में छाई मायूसी
मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों ने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण चल रहा है, जिसमें डॉक्टर्स को अधिक साफ-सफाई और केयर की जरूरत होती है, लेकिन हमारी कॉलेज की मुख्य सड़क में गड्ढे ही गड्ढे है. जिनमें अब पानी भर जाने से कीचड़ और गंदगी भी जमा हो गई है. जो डॉक्टर्स और मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन गई है.
विद्यार्थियों ने बताया कि कॉलेज के अंदर कैंटीन नहीं होने के कारण दिन में कई बार उनको खाने-पीने के लिए और अन्य जरूरी कार्यों के लिए कैंपस के बाहर आना पड़ता है, लेकिन सड़क के खराब होने के कारण कई दिक्कतें झेलनी पड़ती है. खस्ताहाल सड़क की वजह से आए दिन उनकी गाड़ियां पंचर होती रहती है और दोपहिया वाहन ही नहीं बल्कि चार पहिया वाहन भी इन सड़कों पर चलकर खराब हो जाते हैं.
पढ़ेंः Special: मंदिरों के पट बंद होने से बंद हुए रोजी-रोटी के कपाट
विद्यार्थियों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के एक तरफ एसआरजी अस्पताल और दूसरी तरफ जिला जनाना अस्पताल भी है. जिनका एक रास्ता इधर से भी है, ऐसे में कई बार शव खराब सड़क की वजह से नीचे गिरने की स्थिति में आ जाते है. जो बेहद ही खराब दृश्य होता है. उसके बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा हमारी समस्या के समाधान को लेकर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है.
इसको लेकर कई बार जिला प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन झालावाड़ की पहचान मानी जाने वाली मेडिकल कॉलेज जो कि शहर के एकदम बीचों-बीच स्थित है, वहां पर महज 500 मीटर की सड़क नहीं बनवाई जा रही है. ऐसे में विद्यार्थियों की मांग है कि जल्द से जल्द सड़क का निर्माण करवाया जाए ताकि रास्ते का स्थायी समाधान निकल सके और विद्यार्थियों को गंदगी से राहत मिल सकें.