झालावाड़. जिले के रक्तदाता समूह ने 130 किलोमीटर दूर जाकर मध्यप्रदेश के राजगढ़ में थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चे के लिए ए, बी निगेटिव ब्लड उपलब्ध कराया है.
आज के दौर में रक्तदान को सबसे बड़ा दान माना गया है. ऐसे में रक्तदान के क्षेत्र में झालावाड़ में कई सालों से सक्रिय रक्तदाता समूह ने एक बार फिर से लोगों को जीवनदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इसी के चलते वे रक्तदान क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखते हैं. रक्तदाता समूह के सदस्यों ने झालावाड़ से 130 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के राजगढ़ में 3 वर्षीय मासूम बच्चे के लिए दुर्लभ ए बी नेगेटिव ब्लड लेकर गए हैं. जिसके बाद झालावाड़ के साथ साथ मध्य प्रदेश में भी रक्तदाता समूह की प्रशंसा हो रही है. दरअसल मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में थैलेसीमिया से पीड़ित 3 वर्षीय मासूम बच्चे जय चारण को दुर्लभ ए बी नेगेटिव रक्त की अति आवश्यकता थी. बच्चे के परिजन 2 दिन से ब्लड के लिए परेशान हो रहे थे. कई जगह फोन किए पर उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
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ऐसे में मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला कलेक्टर नीरज सिंह के संज्ञान में आया. जिस पर जिला कलेक्टर ने मदद के लिए झालावाड़ जिले में संचालित रक्तदाता समूह से संपर्क किया. इस पर रक्त समूह के सदस्य शंकर पाटीदार ने अपने गांव सिरपोई से 30 किलोमीटर दूर भवानी मंडी ब्लड बैंक में आकर ए बी नेगेटिव ब्लड दिया. इसके बाद समूह की भवानी मंडी इकाई के मदन लाल वर्मा, सुरेश वर्मा एवं सचिन वर्मा ब्लड लेकर राजगढ़ गए और बच्चे को समय से ब्लड पहुंचाया. इसके चलते बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है. ऐसे में बच्चे के माता-पिता ने भी रक्तदाता समूह के जज्बे को सलाम किया है. साथ ही मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला कलेक्टर नीरज सिंह ने भी धन्यवाद दिया है.