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झालावाड़ में बाढ़ के हालातों पर विशेष रिपोर्ट, देखिए कहां हुई कितनी बारिश - हाई अलर्ट

लगातार भारी बारिश से झालावाड़ जिला पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. दर्जनों गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया हैं और लोगों के खेत खलिहान और घर जलमग्न हो गए हैं.

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Published : Sep 15, 2019, 11:51 PM IST

झालावाड़. जिले में बारिश आसमानी आफत के रूप में बरसी है. जिसके चलते पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ गया है. दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट चुका है. ग्रामीणों के खेत खलिहान और घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. पानी का कहर इतना ज्यादा है कि झालावाड़ शहर पानी की आगोश में समाता जा रहा है.

झालावाड़ शहर के खंड्या तालाब में बारिश के पानी की जबरदस्त आवक के चलते पानी सड़कों पर आ गया है. ऐसे में हर तरफ जिले में पानी ही पानी नजर आ रहा है. जिले में बारिश की स्थिति को लेकर बात करें तो जहां पिछले वर्ष 15 सितंबर तक 902 एमएम बारिश हुई थी. वहीं इस सीजन में बारिश का आंकड़ा1542 एमएम तक पहुंच चुका है.

झालावाड़ में बाढ़ के चलते लोगों के घर हुए जलमग्न

वहीं जिले के डग क्षेत्र में अब तक सबसे ज्यादा 2784 एमएम दर्ज की गई है जबकि पिछले 24 घंटों में 195 एमएम बारिश हो चुकी है. वहीं गंगधार क्षेत्र में अब तक 1819 एमएम बारिश हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में 224 एमएम बारिश हुई है. वहीं पिछले 24 घण्टों में झालावाड़ शहर में 46, झालरापाटन में 44, असनावर में 15, बकानी में 36, पिड़ावा में 83, पच पहाड़ में 84, अकलेरा में 109, मनोहर थाना में 35, खानपुर में 14, सुनेल में 55 एमएम बारिश देखने को मिली है.

यह भी पढ़ें : धौलपुर बजरी प्रकरण : तत्कालीन SP अजय सिंह और CO दिनेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय

वहीं जिले के बांधों की स्थिति की बात करें तो यह पहली बार हुआ है जब सारे बांधों गेट इतनी संख्या में खोले गए हो. कालीसिंध बांध के 23 गेट, भीम सागर बांध के 5 में से 4 गेट, छापी बांध के 11 गेट खोले गए हैं. वहीं जिले के अन्य बांध चाहे गागरिन बांध हो या चंवली डैम हो या राजगढ़ बांध हो इन सभी बांधों में पानी ओवरफ्लो होकर जा रहा है. जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो गया है.

बता दें कि पानी के लेकर जिला प्रशासन ने अभी भी अलर्ट जारी किया हुआ है और आगामी 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है. ऐसे में लोगों की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं.

झालावाड़. जिले में बारिश आसमानी आफत के रूप में बरसी है. जिसके चलते पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ गया है. दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट चुका है. ग्रामीणों के खेत खलिहान और घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. पानी का कहर इतना ज्यादा है कि झालावाड़ शहर पानी की आगोश में समाता जा रहा है.

झालावाड़ शहर के खंड्या तालाब में बारिश के पानी की जबरदस्त आवक के चलते पानी सड़कों पर आ गया है. ऐसे में हर तरफ जिले में पानी ही पानी नजर आ रहा है. जिले में बारिश की स्थिति को लेकर बात करें तो जहां पिछले वर्ष 15 सितंबर तक 902 एमएम बारिश हुई थी. वहीं इस सीजन में बारिश का आंकड़ा1542 एमएम तक पहुंच चुका है.

झालावाड़ में बाढ़ के चलते लोगों के घर हुए जलमग्न

वहीं जिले के डग क्षेत्र में अब तक सबसे ज्यादा 2784 एमएम दर्ज की गई है जबकि पिछले 24 घंटों में 195 एमएम बारिश हो चुकी है. वहीं गंगधार क्षेत्र में अब तक 1819 एमएम बारिश हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में 224 एमएम बारिश हुई है. वहीं पिछले 24 घण्टों में झालावाड़ शहर में 46, झालरापाटन में 44, असनावर में 15, बकानी में 36, पिड़ावा में 83, पच पहाड़ में 84, अकलेरा में 109, मनोहर थाना में 35, खानपुर में 14, सुनेल में 55 एमएम बारिश देखने को मिली है.

यह भी पढ़ें : धौलपुर बजरी प्रकरण : तत्कालीन SP अजय सिंह और CO दिनेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय

वहीं जिले के बांधों की स्थिति की बात करें तो यह पहली बार हुआ है जब सारे बांधों गेट इतनी संख्या में खोले गए हो. कालीसिंध बांध के 23 गेट, भीम सागर बांध के 5 में से 4 गेट, छापी बांध के 11 गेट खोले गए हैं. वहीं जिले के अन्य बांध चाहे गागरिन बांध हो या चंवली डैम हो या राजगढ़ बांध हो इन सभी बांधों में पानी ओवरफ्लो होकर जा रहा है. जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो गया है.

बता दें कि पानी के लेकर जिला प्रशासन ने अभी भी अलर्ट जारी किया हुआ है और आगामी 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है. ऐसे में लोगों की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं.

Intro: लगातार भारी बारिश से झालावाड़ जिला पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है. दर्जनों गांव के संपर्क जिला मुख्यालय से कट गए हैं तथा लोगों के खेत खलिहान व घर जलमग्न हो गए हैं.


Body:झालावाड़ में बारिश आसमानी आफत के रूप में बरसी है. जिसके चलते पूरा जिला बाढ़ की चपेट में आ गया है. दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट चुका है. ग्रामीणों के खेत खलिहान व घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. पानी का कहर इतना ज्यादा है कि झालावाड़ शहर को भी अपनी आगोश में समाता जा रहा है. झालावाड़ शहर के खंड्या तालाब में बारिश के पानी की जबरदस्त आवक के चलते पानी सड़कों पर आ गया है. ऐसे में हर तरफ जिले में पानी ही पानी नजर आ रहा है. झालावाड़ जिले में बारिश की स्थिति को लेकर बात करें तो जहां पिछले वर्ष 15 सितंबर तक 902 एमएम बारिश हुई थी वही इस सीजन में बारिश का आंकड़ा 1542 एमएम तक पहुंच चुका है. झालावाड़ के डग क्षेत्र में अब तक सबसे ज्यादा 2784 एमएम दर्ज की गई है जबकि पिछले 24 घंटों में 195 एमएम बारिश हो चुकी है. वहीं गंगधार क्षेत्र में अब तक 1819 एमएम बारिश हुई है जबकि पिछले 24 घंटों में 224 एमएम बारिश हुई है. वहीं पिछले 24 घण्टों में झालावाड़ शहर में 46, झालरापाटन में 44, असनावर में 15, बकानी में 36, पिड़ावा में 83, पच पहाड़ में 84, अकलेरा में 109, मनोहर थाना में 35, खानपुर में 14, सुनेल में 55 एमएम बारिश देखने को मिली है.

वहीं जिले के बांधो की स्थिति की बात करें तो यह पहली बार हुआ है जब सारे बांधो गेट इतनी संख्या में खोले गए हो. कालीसिंध बांध के 23 गेट, भीम सागर बांध के 5 में से 4 गेट, छापी बांध के 11 गेट खोले गए हैं. वहीं जिले के अन्य बांध वो चाहे गागरिन बांध हो या चँवली डैम हो या राजगढ़ बांध हो इन सभी बांधों में पानी ओवरफ्लो होकर जा रहा है. जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो गया है.




Conclusion:वहीं जिला प्रशासन ने अभी भी अलर्ट जारी किया हुआ है और आगामी 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है ऐसे में लोगों की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं.
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