मनोहरथाना (झालावाड़). जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी धाम पर रविवार को महाआरती के दौरान मंदिर परिसर के अंदर एक भी श्रद्धालु नजर नहीं आया. बता दें कि झालावाड़ जिले के बालाजी धाम मंदिर पर देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु महाआरती में भाग लेने आते थे, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर रविवार को मंदिर के अंदर एक भी श्रद्धालु नजर नहीं आए.
कामखेड़ा बालाजी मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक आचार्य मोहन लाल शर्मा ने बताया, कि मंदिर को गोमूत्र और फिनाइल से साफ करवाया जा रहा है. साथ ही मंदिर को सरकार के आदेशानुसार मंदिर को बंद कर मंदिर पर ताले लगा दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मंदिर पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है और मंदिर के दोनों गेटों पर सुरक्षा गार्ड लगा दिए गए हैं.
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मोहन लाल शर्मा ने बताया कि मंदिर के बाहर नलों पर डिटॉल, साबुन इत्यादि सुरक्षा के सामान रख दिए गए हैं, जिससे कि मंदिर में प्रवेश करते समय पुजारी और उसके मुख्य कार्यकर्ता हाथ धोकर ही मंदिर में प्रवेश करेंगे. वहीं, प्रातः काल मंदिर में महाआरती के दौरान मंदिर परिसर के अंदर मुंह पर माक्स लगाकर महाआरती की गई.
जनता कर्फ्यू का समर्थन
झालावाड़ जिले के विभिन्न क्षेत्र अकलेरा और कामाखेड़ा बालाजी धाम मनोहरथाना में कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू आह्वान के कारण पुलिस एवं प्रशासन अलर्ट रहा. साथ ही जनता ने भी जनता कर्फ्यू को समर्थन देते हुए पूर्ण रूप से बाजार बंद रखा. आमजन अपने घर से बाहर नहीं निकले. जनता कर्फ्यू के दौरान मेडिकल स्टोर और आवश्यक दुकानें खुली रही, लेकिन कोई ग्राहक नहीं पहुंचे.
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डीवाईएसपी जसवीर मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने विभिन्न जगह नाकाबंदी की और टीम को क्षेत्र में भेजकर पल-पल की निगरानी रखी. जिला के विभिन्न क्षेत्रों में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. चिकित्सा टीम ने विभिन्न क्षेत्र का दौरा किया.