झालावाड़. भारतीय मजदूर संघ के राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन की ओर से झालावाड़ रोडवेज बस स्टैंड पर बैठक आयोजित की गई. जिसमें रोडवेज कर्मचारियों की विभिन्न मांगों के साथ-साथ 19 मार्च को जयपुर में होने वाली विशाल रैली में कर्मचारियों से शामिल होने को लेकर चर्चा की गई.
प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व की भाजपा सरकार की तरह वर्तमान गहलोत सरकार रोडवेजकर्मियों का शोषण कर रही है. उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार के दौरान जब विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, तब सचिन पायलट और प्रताप सिंह खाचरियावास ने उनके मंच पर आकर कहा था कि आपकी मांगें जायज है और बीजेपी सरकार को पूरी करनी चाहिए. साथ ही ये वादा किया था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो रोडवेज कर्मियों की सभी मांगें मान ली जाएगी लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार की ओर से एक भी मांग नहीं मानी गई है. इसके अलावा हाल ही में पेश किए गए बजट में भी रोडवेज कर्मियों के लिए कुछ नहीं है.
यह भी पढ़ें. पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस ने निकाला मौन जुलूस
उन्होंने कहा कि 2016 से अभी तक सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया परिलाभ 2016 से रुके हुए हैं. जिनका कोई भुगतान नहीं किया गया है. 2 महीनों से कर्मचारियों का वेतन अटका हुआ है. इसके अलावा निगम में कर्मचारियों और बसों की कमी है. ऐसे में काफी समय से चली आ रही इन लंबित मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन 19 मार्च को जयपुर में एक विशाल रैली का आयोजन करेगी. जिसमें झालावाड़ से भी बड़ी संख्या में रोडवेज कर्मी शामिल होंगे.