खानपुर (झालावाड़). देश में चल रहे लॉकडाउन में जहां, एक ओर सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की बात कर रही है. वहीं, दूसरी ओर मनरेगा श्रमिकों को बिना सूचित किए ही उनका काम बंद किया जा रहा है. ऐसा ही मामला झालावाड़ के सारोला में सामने आया है. जहां के मनरेगा श्रमिकों का कार्य बिना सूचना के बंद करवा दिया गया. जिसके बाद आक्रोशित श्रमिकों ने उपतहसील मुख्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
श्रमिकों का कहना है कि, मनरेगा का हमारा काम बिना किसी सूचना के ही बंद करवा दिया गया है. जब हमने सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी से इस बारे में बात की तो उन्होंने, बजट नहीं होने का हवाला दिया. ऐसे में लॉकडाउन में हमारे पास बस एक ही काम था, अब वो भी बन्द हो गया. जिसके चलते बच्चों का पालन पोषण करना और घर चलाना भी मुश्किल हो गया है. हम मनरेगा के काम से जो पैसे कमाते थे, उनसे ही अपने घर का राशन लाते थे. अब इस काम के बंद हो जाने से हमारे पास खाने के भी पैसे नहीं बचे हैं.
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श्रमिकों ने बताया कि, 150 महिला और पुरुष श्रमिक गर्मी में खड़े होकर कई घंटों से उपतहसील कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, हमारी समस्या की सुनवाई करने के लिए सचिव और सरपंच में से कोई भी नहीं आया है. हमे काम बंद करने से पहले भी किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई थी. ऐसे में हमारी मांग है कि, जल्द से जल्द मनरेगा का काम शुरू करवाया जाए और उसका भुगतान भी किया जाए.