जयपुर : राज्य में आठवीं आर्थिक गणना 2025-26 काम जल्द शुरू होगा. केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के निर्देशानुसार राज्य में आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय की ओर से आठवीं आर्थिक गणना का आयोजन किया जाएगा. इस गणना के सफल और समयबद्ध संचालन के लिए मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समन्वय समिति का गठन किया गया है. आर्थिक गणना के तहत राज्य में आर्थिक गतिविधियों में संलिप्त औद्योगिक इकाइयों की गणना की जाएगी. इसके साथ ही, उद्यम की स्थिति, प्रकृति, स्वामित्व, वित्तीय प्रबंधन, और रोजगार आदि से संबंधित सूचनाएं भी संकलित की जाएंगी.
समन्वय समिति करेगी समीक्षा : केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के निर्देशानुसार समन्वय समिति तैयारी और प्रगति की समीक्षा, समस्याओं का समाधान, प्रगणकों और पर्यवेक्षकों की तैनाती, डेटा कवरेज, डेटा की शुद्धता पर रिपोर्ट, जिला स्तरीय समन्वय समिति से प्राप्त फीडबैक की समीक्षा कर समस्याओं का समाधान किया जाएगा. राज्य स्तरीय समन्वय समिति में वित्त विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग विभाग, राजस्व विभाग, स्वायत शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव सदस्य होंगे.
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साथ ही सहकारिता विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव, आयोजना एवं सांख्यिकी विभाग के विशिष्ठ सचिव, पंचायती राज विभाग के शासन सचिव एवं आयुक्त, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के आयुक्त एंव संयुक्त सचिव, NSSO (उत्तरी आंचल) के उप महानिदेशक, NSSO (क्षेत्रीय कार्यालय) के उप महानिदेशक, एम.एस.एम.ई (डी.आई), भारत सरकार के निदेशक सदस्य होंगे.
समन्वय समिति के सदस्य सचिव आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग निदेशक होंगे. समिति का प्रशासनिक विभाग आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग को बनाया गया है. बता दें, कि यह समिति एक अस्थायी समिति है जो कि आठवीं आर्थिक गणना की समाप्ति तक कार्य करेगी. यह समिति राज्य में आठवीं आर्थिक गणना को सुव्यवस्थित, सटीक और समयबद्ध तरीके से संपन्न करने में अहम भूमिका निभाएगी.