झालावाड़. जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों के साथ शुक्रवार को 2 फीसदी टैक्स (कृषक कल्याण शुल्क) को लेकर बैठक आयोजित की गई. अकलेरा कस्बे की कृषि मंडी में ये बैठक मंडी सचिव हरिमोहन बैरवा की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान हरिमोहन बैरवा ने कहा कि कृषक कल्याण कोष में शुल्क जमा कराने का जो मामला सामने आया है, वो सिर्फ व्यापारियों के लिए है. किसानों से कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा.
पढ़ें: जयपुरः 876 ग्राम पंचायतों में लागू होगा 1189 करोड़ रुपये का ‘वाटर सिक्योरिटी प्लान
मंडी सचिव हरिमोहन बैरवा के मुताबिक राज्य सरकार के आदेश पर 2 रुपये प्रति सैकड़ें की दर से कृषि उपजों के अनुज्ञापत्रधारी व्यापारियों से कृषक कल्याण शुल्क वसूल किया जाएगा. ये शुल्क कृषक कल्याण कोष में जमा कराना होगा. इस संबंध में किसानों से कोई शुल्क वसूली नहीं होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि कृषक कल्याण शुल्क को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं.
पढ़ें: वित्त मंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए की गई घोषणा आंकड़ों का मायाजाल: सीएम गहलोत
इस दौरान मंडी सचिव हरिमोहन बैरवा ने सरकार की ओर से कृषकों के लिए चलाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं, मंडी संरचना का विकास, समर्थन मूल्य पर खरीद के भुगतान निधि की व्यवस्था, बाजार भाव गिरने पर बाजार हस्तक्षेप योजना और कृषक कल्याण से संबंधित अन्य गतिविधियों के बारे में किसानों को जानकारी दी.
साथ ही बता दें कि बैठक आयोजित करने से पहले कक्ष को अच्छी तरह से सैनिटाइज किया गया. साथ सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किसानों के साथ बैठक आयोजित की गई. इसमें किसान प्रतिनिधियों और क्रय-विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापकों ने भी भाग लिया.