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राजीव गांधी के प्रयासों से हर क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग संभव हो सका: करतार सिंह पूनिया - झालावाड़ खबर

झालावाड़ में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह आयोजन मिनी सचिवालय में अक्षय ऊर्जा दिवस के रूप में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पूनिया शामिल हुए.

राजीव गांधी 75वी जयंती, Rajeev gandhi 75th jubilee
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Published : Aug 20, 2019, 11:35 PM IST

झालावाड़. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वीं जयंती के अवसर पर राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस समारोह का आयोजन किया गया. यह आयोजन जिले के मिनी सचिवालय के ऑडिटोरियम में किया गया. कार्यक्रम में आयोजित निबंध व पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पूनिया शामिल हुए.

प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

यह भी पढ़ें: छात्र संघ चुनाव 2019: पुलिस ने दी छात्र नेताओं को लिंगदोह कमेटी के नियमों की पालना के निर्देश

बता दें कि कार्यक्रम के दौरान करतार सिंह पूनिया ने कहा कि ये राजीव गांधी की ही सोच का परिणाम है कि, आज खेत में काम करने वाला किसान भी, फोन के माध्यम से अपने घर पर बात कर पा रहा है. उन्हीं के प्रयासों से हर क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग संभव हो सका है. उन्होंने कहा कि आज कोयले से बिजली का उत्पादन किया जाता है, लेकिन कोयले की मात्रा भी कम होती जा रही है. ऐसे में हमें अन्य वैकल्पिक स्त्रोतों के माध्यम से बिजली का उत्पादन तथा बिजली की बचत करनी चाहिए.

आगे उन्होंने कहा कि जेवीवीएनएल की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिले, इसके लिए हमें योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करना होगा. कार्यक्रम के दौरान अन्य वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत समाप्त होते जा रहे हैं. ऐसे में अक्षय ऊर्जा के माध्यम से बिजली पैदा करना ही एकमात्र विकल्प है. इसके अतिरिक्त अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण कर पर्यावरण को हरा-भरा किया जाना भी आवश्यक है.

झालावाड़. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वीं जयंती के अवसर पर राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस समारोह का आयोजन किया गया. यह आयोजन जिले के मिनी सचिवालय के ऑडिटोरियम में किया गया. कार्यक्रम में आयोजित निबंध व पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पूनिया शामिल हुए.

प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

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बता दें कि कार्यक्रम के दौरान करतार सिंह पूनिया ने कहा कि ये राजीव गांधी की ही सोच का परिणाम है कि, आज खेत में काम करने वाला किसान भी, फोन के माध्यम से अपने घर पर बात कर पा रहा है. उन्हीं के प्रयासों से हर क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग संभव हो सका है. उन्होंने कहा कि आज कोयले से बिजली का उत्पादन किया जाता है, लेकिन कोयले की मात्रा भी कम होती जा रही है. ऐसे में हमें अन्य वैकल्पिक स्त्रोतों के माध्यम से बिजली का उत्पादन तथा बिजली की बचत करनी चाहिए.

आगे उन्होंने कहा कि जेवीवीएनएल की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिले, इसके लिए हमें योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करना होगा. कार्यक्रम के दौरान अन्य वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत समाप्त होते जा रहे हैं. ऐसे में अक्षय ऊर्जा के माध्यम से बिजली पैदा करना ही एकमात्र विकल्प है. इसके अतिरिक्त अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण कर पर्यावरण को हरा-भरा किया जाना भी आवश्यक है.

Intro:पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वी जयंती के अवसर पर झालावाड़ के मिनी सचिवालय में अक्षय ऊर्जा दिवस के रूप में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.


Body:भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75 वीं जयंती के अवसर पर राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस समारोह का आयोजन झालावाड़ के मिनी सचिवालय के ऑडिटोरियम में किया गया. कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पूनिया ने कहा कि ये राजीव गांधी की ही सोच का परिणाम है कि आज खेत में काम करने वाला किसान भी फोन के माध्यम से अपने घर पर बात कर पा रहा है. उन्हीं के प्रयासों से हर क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग संभव हो सका है. उन्होंने कहा कि आज कोयले से बिजली का उत्पादन किया जाता है परंतु कोयले की मात्रा भी कम होती जा रही है ऐसे में हमें अन्य वैकल्पिक स्त्रोतों के माध्यम से बिजली का उत्पादन तथा बिजली की बचत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जेवीवीएनएल की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिले इसके लिए हमें योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करना होगा.

कार्यक्रम के दौरान अन्य वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत समाप्त होते जा रहे हैं ऐसे में अक्षय ऊर्जा के माध्यम से बिजली पैदा करना ही एकमात्र विकल्प है. इसके अतिरिक्त अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण कर पर्यावरण को हरा-भरा किया जाना भी आवश्यक है.

कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा दिवस पर आयोजित निबंध व पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया.


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