मनोहरथाना (झालावाड़). मनोहरथाना क्षेत्र के नेवज नदी के किनारे बड़ी संख्या में मौजूद काले और लाल-भूरे रंग के पत्थर लोगों की आस्था का प्रतीक हैं. लोगों का कहना है, कि पुरातत्व विभाग इस पर शोध कर अनसुलझे पहलुओं को सुलझाने का प्रयास कर सकता है. लोग इसे हिंदुओं के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हरिद्वार की तरह महत्व देते हैं.
बताया जाता है, कि इस पवित्र स्थल पर लोग अस्थि विसर्जन और पिंडदान करते हैं. इस पवित्र स्थल पर भगवान भोलेनाथ का मंदिर भी विराजमान है. कहा जाता है, कि यहां के इन पत्थरों से भगवान श्री राम की सेना गुजरी थी, जिसके पदचिह्न आज भी पत्थरों पर मौजूद हैं. जिसमें शेर, चीता, भालू, हाथी घोड़े के चिह्न पत्थरों पर मौजूद हैं. बताया जाता है, कि यहां पर आने वाले श्रद्धालु इन पत्थरों को शालिग्राम भगवान की तरह पूजा पाठ करके इन पत्थरों को पूजते हैं.
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वहीं आने वाले श्रद्धालुओं की मांग है, कि इसे पर्यटक स्थल के रुप में बढ़ाया जाए, ताकि यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधा का लाभ मिल सके. बताया जाता है, कि श्रीराम सन्याघाट नेवज नदी पर दूरदराज से श्रद्धालु आते हैं और यहां पवित्र स्नान करते हैं. श्रद्धालु के लिए यहां पर धार्मिक अनुष्ठान और भंडारे आयोजित किए जाते हैं. जानकारी के अनुसार आने वाले पर्यटक यहां पर नाव पर बैठकर भ्रमण करते हैं और पत्थरों पर सेल्फी लेते रहते हैं.