झालावाड़. शहर की ईदगाह कमेटी के द्वारा नागरिक संशोधन अधिनियम और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों पर पुलिस द्वारा की गई. मारपीट के विरोध में रैली निकाली गई. यह रैली झालावाड़ शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए मिनी सचिवालय में आकर खत्म हुई. जहां पर एक्ट के विरोध में प्रदर्शन किया गया.
मुस्लिम समाज के नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा सीएए एक्ट पारित किया गया है, जो कि संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार समानता का अधिकार और संविधान कि धर्म निरपेक्षता की आत्मा पर कुठाराघात है. केंद्र सरकार द्वारा विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाते हुए देश के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने और धर्मों और वर्गों के बीच शत्रुता फैलाने का काम किया जा रहा है. इन सब का विरोध कर रहे लोगों पर विशेषकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों पर बर्बरता पूर्ण कार्रवाई की जा रही है, जिसकी समस्त भारतीय नागरिक निंदा करते हैं.
ऐसे में हम मांग करते हैं कि इस अव्यावहारिक और अवैधानिक कानून को वापस लिया जाए. जिससे देश के अल्पसंख्यक सहित सभी नागरिकों के संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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रैली में शामिल लोगों का कहना है कि देश की शांति, भाईचारे और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस एक्ट के वापस लिया जाना अति आवश्यक है. इसलिए जब तक इस एक्ट को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया जाएगा. इस दौरान ईदगाह कमेटी के द्वारा राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया.