झालावाड़. जिले में शुक्रवार को एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिला और दोपहर बाद जिले के विभिन्न कस्बों में धूल भरी आंधी चली. जिले के मनोहरथाना क्षेत्र में कई गांवों और कस्बों में ओलावृष्टि भी हुई. इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि उनका अनाज कृषि मंडियों में खुले में पड़ा है. किसानों को डर सता रहा है कि कहीं उनका अनाज बदले मौसम की भेंट न चढ़ जाए.
बता दें कि जिले में दो दिन पूर्व भी अचानक बारिश और ओलावृष्टि हुई थी. जिसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर मौसम ने अपना मिजाज बदल लिया और दोपहर होते-होते काले बादल छा गए. इस दौरान करीब 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी भी चली. हालांकि तेज हवाओं के कारण शहर के नागरिकों को गर्मी से खासी राहत मिल गई, लेकिन जिले के ही मनोहरथाना क्षेत्र में तेज आंधी के साथ ओलावृष्टि भी हुई है.
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भारतीय किसान संघ पदाधिकारी मुकेश लोधा के अनुसार मनोहरथाना क्षेत्र के दांगीपुरा, मनोहरथाना, कामखेड़ा, भोजपुर, पिंडोला, टोडरा सहित कई ग्रामीण अंचल में छोटे से मध्यम आकार की ओलावृष्टि हुई है. किसानों ने खेतों में अधिकांश फसल काट ली है. ऐसे में किसी भी किसान को नुकसान की कोई सूचना नहीं है. लेकिन अनाज मंडियों में इन दिनों जींस की भारी आवक है. जिसके चलते अनाज व्यापारियों और जींस का बेचान करने किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कई मण्डियों में किसानों का अनाज खुले में पड़ा है. मौसम विभाग की मानें तो जिले में अगले दो दिन और मौसम में बदलाव इसी तरह जारी रह सकता है. अचानक चली धूल भरी आंधी ने आमजन को काफी प्रभावित किया है.