झालावाड़. जिले के डग कस्बे में जयपुर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता कार्यालय में कार्यरत जेईएन नितिन गुप्ता को विद्युत विभाग कोटा की ओर से निलंबित कर दिया गया था. उस दौरान जेईएन नितिन गुप्ता को अलवर में क्वॉरेंटाइन किया गया था. उसके बाद जेईएन नितिन गुप्ता को फिर से डग सहायक अभियंता कार्यालय में लगाया गया.
इस दौरान बीते 14 मार्च को शाम को डग आने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर एंट्री कराने के बाद उन्होंने जांच कराई. उसके बाद 15 तारीख को जेईएन नितिन गुप्ता को सरकारी निवास पर क्वॉरेंटाइन कर दिया. जबकि जेईएन गुप्ता का कहना है कि सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई थी कि जो व्यक्ति रेड जोन जिले से नहीं आता है, उसे क्वॉरेंटाइन नहीं किया जाए. उसके बाद भी जेईएन गुप्ता को क्वॉरेंटाइन किया गया, जिसके चलते धीरे-धीरे स्टाफ के लोग उनसे दूरी बनाना शुरू कर दिए. वहीं, खाने वाले ने भी टिफिन बंद कर दिया, जिसके चलते जेईएन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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वहीं, जेईएन की मां की तबीयत बिगड़ने से परमिशन लेकर वह अलवर जाकर वापस आए और खुद से ही क्वॉरेंटाइन हो गए. मगर सुबह से खाना नहीं मिलने की वजह से उन्होंने विभाग और उपखंड अधिकारी को कॉल किया और अपनी स्थिति बताई, जिस पर उपखंड अधिकारी ने कहा कि 1 घंटे में आपकी भोजन की व्यवस्था करवा दी जाएगी, मगर एक घंटे बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई. उसके बाद डग पुलिस थाना में कार्यरत कांस्टेबल की ओर से रात 10:30 बजे उन्हें भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया गया. वहीं, सुबह भी उनके लिए थाने से ही भोजन का पैकेट आया.