झालावाड़. जिले के बकानी थाना क्षेत्र के नानोर गांव में रविवार को एक 3 वर्षीय मासूम बच्ची ने सल्फास की गोली को चूरन समझ कर खा लिया. बच्ची की हालत बिगड़ने पर परिजन सकते में आ गए. अचानक उल्टियां होने पर जब परिजनों ने बच्ची से कारण पूछा तो सल्फास की गोली खाने का पता चला. इसके बाद बच्ची आनन-फानन में बकानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे झालावाड़ के जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है.
बच्ची की हालत खतरे से बाहर : अस्पताल चौकी प्रभारी महेंद्र मीणा ने बताया कि रविवार को बकानी के नानोर गांव में एक 3 वर्षीय बच्ची लक्ष्मी ने चूरन समझकर सल्फास की गोली खाली थी, जिसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल में उपचार करवाने के लिए पहुंचे. डॉक्टर ने बच्ची की हालत अभी खतरे से बाहर बताई है. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है.
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भाई ने चूरन बताकर सल्फास की गोली दी : बच्ची के पिता अर्जुन ने बताया कि उसकी तीन वर्षीय बेटी लक्ष्मी और बेटा घर में खेल रहे थे. इसी दौरान बेटे ने गेहूं के ड्रम के पीछे छिपाकर रखी गई सल्फास की गोली लक्ष्मी को चूरन बताकर दे दी, जिसके कुछ देर बाद ही लक्ष्मी की तबीयत बिगड़ने लगी. लक्ष्मी को उल्टियां होना शुरू हो गईं, जिसके बाद उसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया. डॉक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है. अभी उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.