झालावाड़. राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर झालावाड़ जिले में भाजपा की सूची जारी होने के बाद पूर्व विधायकों को विरोध का सामना करना पड़ा था, कुछ ऐसा ही कलह अब कांग्रेस में भी दिख रहा है. मंगलवार को जारी सूची में मनोहर थाना विधानसभा सीट से नेमीचंद मीणा को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया गया है. ऐसे में प्रत्याशी की दौड़ में शामिल रहे पूर्व विधायक कैलाश मीणा व उनके समर्थकों ने बगावती तेवर दिखने शुरू कर दिए हैं. पूर्व विधायक के समर्थक घोषित प्रत्याशी के विरोध में उतर आए हैं. टिकट वितरण को लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए कैलाश मीणा समर्थकों ने बुधवार को एक निजी होटल में जन सभा आयोजित की व मनोहर थाना विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नेमीचंद मीणा का विरोध किया.
आला कमान से की टिकट बदलने की मांग - जिले की मनोहर थाना विधानसभा सीट से पूर्व विधायक व कांग्रेस से प्रबल दावेदार रहे कैलाश मीणा भी ज़नसभा में मौजूद रहे. इस दौरान कैलाश मीणा समर्थकों ने कांग्रेस पार्टी आला कमान से टिकट वितरण में पुनर्विचार कर कैलाश मीणा को टिकट देने की मांग की है. समर्थकों ने कहा कि कांग्रेस के सर्वे में कैलाश मीणा तथा गिर्राज मीणा का नाम सबसे ऊपर था. फिर कांग्रेस आला कमान ने किस आधार पर मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी चुना है. इस दौरान समर्थकों ने कहा कि कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने भी अपने सर्वे में कैलाश मीणा को मनोहर थाना विधानसभा सीट से प्रबल दावेदार बताया था.
कैलाश मीणा के समर्थन में दिए इस्तीफे - निजी होटल में की गई जनसभा के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों, जिनमें अकलेरा नगर पालिका अध्यक्ष सहित कुल 23 पार्षदों तथा पंचायत समिति अकलेरा के प्रधान और उप प्रधान सहित 14 जनपदों, 65 सरपंचों सहित 545 वार्ड पंचों ने इस्तीफा लिखकर कैलाश मीणा को सौंप दिया. इन लोगों ने कैलाश मीणा पर भरोसा जताते हुए कहा कि आगे जो भी निर्णय वो लेंगे, वह सभी को मंजूर होगा.
कैलाश मीणा ने जताया प्रमोद भाया का विरोध - जनसभा के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता कैलाश मीणा ने कहा कि कांग्रेस आला कमान ने टिकट वितरण में जन भावनाओं का ध्यान नहीं रखा. वे लंबे समय से क्षेत्र की जनता की लगातार सेवा करते आ रहे हैं तथा पूर्व में एक बार विधायक के तौर पर जीत भी चुके हैं. कैलाश मीणा ने प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया पर गंभीर आरोप लगाए और टिकट कटने के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया. इस दौरान कैलाश मीणा ने कहा कि आलाकमान को दो दिन की चेतावनी दी गई है, यदि उन्होंने टिकट बदल कर उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया, तो वह कोई बड़ा फैसला लेंगे. ऐसे में संभव है कि कैलाश मीणा बगावत का रुख अपनाते हुए निर्दलीय ताल ठोक सकते हैं. बहरहाल कैलाश मीणा समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर मनोहर थाना विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी खेमे में भी हलचल मच गई है.
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