झालावाड़. इन दिनों भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. झालावाड़ के मिनी सचिवालय के सामने बुधवार को किसानों ने अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और मांगे नहीं माने जाने पर 21 अगस्त से विधानसभा के घेराव की चेतावनी भी दी.
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भारतीय किसान संघ का कहना है कि बीते कई महीनों से किसानों के द्वारा तहसील स्तर और उपखंड स्तर पर मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा चुका है. लेकिन, अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है. ऐसे में बुधवार को मिनी सचिवालय के सामने 21 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया है.
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने कहा कि उनके द्वारा बीमे की सारी किस्त जमा करने के बावजूद बीमा कंपनियों ने अभी तक उनको फसल खराबे का मुआवजा नहीं दिया है. वहीं, समर्थन मूल्य पर की जा रही खरीद भी रोक दी गई है. इसके चलते टोकन रखने वाले किसानों के माल की तुलाई भी नहीं हो पाई है. इसके अलावा बिजली के बिलों में भारी बढ़ोतरी हो रही है, जिससे किसानों के लिए बिजली का बिल चुकाना भी मुश्किल होता जा रहा है.
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किसानों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. ऐसे में अगर हमारी मांगें 20 अगस्त तक नहीं मानी गईं तो 21 अगस्त से जिले में कृषि मंडी, दूध डेयरी और फल-सब्जी मंडियों में व्यापार बंद कर दिया जाएगा. उसके बाद भी हमारी मांगे नहीं मानी गईं तो विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा.