अकलेरा (झालावाड़). जिले के अकलेरा में एकीकृत बागवानी विकास मिशन परियोजना के अंतर्गत मसाला एवं सुपारी विकास निदेशालय कालीकट केरल के सहयोग से दो दिवसीय कृषक परीक्षण शिविर आयोजित किया गया. जिसका आयोजन कृषि अनुसंधान उप केंद्र पर हुआ.शिविर के मुख्य अतिथि उधानिकी और वानिकी महाविद्यालय झालावाड़ के अधिष्ठाता डॉ. आईबी मौर्य रहे. उन्होंने बताया कि बीज खेती के लिए महत्वपूर्ण है. हर फसल के लिए बीज शुद्धता सबसे ज्यादा जरूरी होती है. साथ ही उन्होंने किसानों को बीज की गुणवत्ता पर ध्यान देने की बात कही. वहीं किसानों को अच्छे बीज कैसे बनते है और उसकी क्या प्रकिया होती है. उसके बारे में अवगत कराया.
इस दौरान उन्होंने जिले में पोली हाउस के बारे में बताते हुए कहा कि 40 पॉलीहाउस के लाभ के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि किसान आगे बढ़ने के लिए कृषि वैज्ञानिकों के संपर्क करें. वहीं कृषि अनुसंधान समन्वयक प्रदीप बेनीवाल ने भी किसानों को खेती के प्रति जागरूक किया. उन्होंने बताया कि कैसे काम पानी में अधिक उत्पादन करना चाहिए. शिविर में कोटा से आए डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि किसान संतरे की खेती के साथ-साथ अन्य फसलों को भी जोड़कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं.
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शिविर में डॉक्टर अर्जुन कुमार वर्मा ने उत्पादन में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किसानों को कहा कि जब तक हमारी फसल गुणवत्ता पूर्ण नहीं होगी.तब तक हमें बाजार में पर्याप्त भाव नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि बीज एक ही किस्म का हो अलग-अलग किस्मों के बीच से फसल में परिवर्तन होता है और इसके कारण हमें बाजार से अच्छा भाव नहीं मिलता.उन्होंने सही समय पर खरपतवार निकालने और खेती को जरूरत के हिसाब से सभी तरह का ध्यान रखने की बात कही.