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कैसा है 'रैन' में बसेरा: अकलेरा के आश्रय स्थल पर लगा है ताला...फुटपाथ पर रात बीता रहे लोग

राजस्थान में सर्दी अपने परवान पर है. ऐसे में प्रदेश की जिलों में रैन बसेरों का क्या इंतजाम है. इसको लेकर ईटीवी भारत हर जिले का जायजा ले रहा है. जिसके तहत झालावाड़ के अकलेरा में रियलिटी चेक किया..देखिए झालावाड़ा से स्पेशल रिपोर्ट...

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झालावाड़ के अकलेरा से रैन बसेरा का रियलिटी चेक
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Published : Jan 6, 2020, 6:35 PM IST

अकलेरा (झालावाड़). राजस्थान में सर्दी का सितम जारी है. तापमान के लगातार गिरने और ठंडी हवाओं के चलने के कारण मौसम में ठंडक बढ़ती जा रही है. रात के वक्त तापमान गिरकर 8 से 6 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में झालावाड़ जिले के अकलेरा बस स्टैंड पर बेसहारा और असहाय लोगों के लिए रैन बसेरे तो बना है, लेकिन उसकी स्थिति बहुत ही दयनीय है.

झालावाड़ के अकलेरा से रैन बसेरा का रियलिटी चेक

दरअसल, जिले में कामखेड़ा बालाजी मंदिर, शीतला माता मंदिर, शनि धाम मंदिर जैसे बड़े और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के बावजूद सर्दी के इस मौसम में रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है. रैन बसेरे के अभाव में लोग फुटपाथ पर ही रात गुजारनी पड़ती है. वहीं जो अकलेरा कस्बे में रैन बसेरा है, वह भी अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

पढ़ें- कैसा है 'रैन' में बसेरा: बूंदी में सभी सुविधाओं से लैस हैं आश्रय स्थल... गर्म पानी से लेकर टीवी तक की व्यवस्था, देखें स्पेशल रिपोर्ट

बता दें कि अकलेरा बस स्टैंड पर बेसहारा और असहाय लोगों के लिए रैन बसेरा बनाया गया हैं. लेकिन वहां ताला ही लटका रहता है. ऐसे में सर्दी के इस कंपा देने वाले मौसम में रूकने की व्यवस्था तो दूर की बात है. वहां ना कोई सुविधा है और ना ही कोई सर्दी के बचने के लिए रजाई गद्दों की व्यवस्था. अब दूर आए श्रद्धालु कहां जाए, ऐसे में खुद लोग अपने स्तर पर अलाव जलाकर सर्दी से बचने की जतन करते है.

पढ़ें- कैसा है 'रैन' में बसेरा: झालावाड़ में बने आश्रय स्थलों का रियलिटी चेक

झालावाड़ में बने रैन बसेरों की स्थिति
झालावाड़ नगर परिषद की ओर से बेसहारा और असहाय लोगों के लिए शहर में 3 रैन बसेरे बनाए गए हैं. इनमें से एसआरजी अस्पताल और मोटर गैराज पर स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. जबकि झालावाड़ बस स्टैंड पर एक अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया है. नगर परिषद की ओर से बस स्टैंड पर बनाए गए रैन बसेरे में 50 महिलाओं और पुरुषों के ठहरने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है. यहां पर लोगों के रूकने की व्यवस्था नि:शुल्क होती है. रैन बसेरे में लोगों को ओढ़ने और बिछाने के लिए रजाई-गद्दे दिए जाते हैं, साथ ही पीने के पानी की और शौचालय की व्यवस्था भी की गयी है. यहां रुके हुए लोगों से जब हमने बात की तो उनका कहना था, कि इस रैन बसेरे की व्यवस्थाओं से वो पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं.

अकलेरा (झालावाड़). राजस्थान में सर्दी का सितम जारी है. तापमान के लगातार गिरने और ठंडी हवाओं के चलने के कारण मौसम में ठंडक बढ़ती जा रही है. रात के वक्त तापमान गिरकर 8 से 6 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में झालावाड़ जिले के अकलेरा बस स्टैंड पर बेसहारा और असहाय लोगों के लिए रैन बसेरे तो बना है, लेकिन उसकी स्थिति बहुत ही दयनीय है.

झालावाड़ के अकलेरा से रैन बसेरा का रियलिटी चेक

दरअसल, जिले में कामखेड़ा बालाजी मंदिर, शीतला माता मंदिर, शनि धाम मंदिर जैसे बड़े और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने के बावजूद सर्दी के इस मौसम में रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है. रैन बसेरे के अभाव में लोग फुटपाथ पर ही रात गुजारनी पड़ती है. वहीं जो अकलेरा कस्बे में रैन बसेरा है, वह भी अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

पढ़ें- कैसा है 'रैन' में बसेरा: बूंदी में सभी सुविधाओं से लैस हैं आश्रय स्थल... गर्म पानी से लेकर टीवी तक की व्यवस्था, देखें स्पेशल रिपोर्ट

बता दें कि अकलेरा बस स्टैंड पर बेसहारा और असहाय लोगों के लिए रैन बसेरा बनाया गया हैं. लेकिन वहां ताला ही लटका रहता है. ऐसे में सर्दी के इस कंपा देने वाले मौसम में रूकने की व्यवस्था तो दूर की बात है. वहां ना कोई सुविधा है और ना ही कोई सर्दी के बचने के लिए रजाई गद्दों की व्यवस्था. अब दूर आए श्रद्धालु कहां जाए, ऐसे में खुद लोग अपने स्तर पर अलाव जलाकर सर्दी से बचने की जतन करते है.

पढ़ें- कैसा है 'रैन' में बसेरा: झालावाड़ में बने आश्रय स्थलों का रियलिटी चेक

झालावाड़ में बने रैन बसेरों की स्थिति
झालावाड़ नगर परिषद की ओर से बेसहारा और असहाय लोगों के लिए शहर में 3 रैन बसेरे बनाए गए हैं. इनमें से एसआरजी अस्पताल और मोटर गैराज पर स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. जबकि झालावाड़ बस स्टैंड पर एक अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया है. नगर परिषद की ओर से बस स्टैंड पर बनाए गए रैन बसेरे में 50 महिलाओं और पुरुषों के ठहरने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है. यहां पर लोगों के रूकने की व्यवस्था नि:शुल्क होती है. रैन बसेरे में लोगों को ओढ़ने और बिछाने के लिए रजाई-गद्दे दिए जाते हैं, साथ ही पीने के पानी की और शौचालय की व्यवस्था भी की गयी है. यहां रुके हुए लोगों से जब हमने बात की तो उनका कहना था, कि इस रैन बसेरे की व्यवस्थाओं से वो पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं.

Intro:फुटपाथ सड़क मार्गों पर रात गुजारना पढ़ रहा है भारी ऐसे में नहीं है रैन बसेरों की सुविधा जहां पर रेन बसेरे की सुविधा है वहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं तथा मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव।Body:प्रदेश में बढ़ती ठंड के चलते प्रशासन की ओर से रैन बसेरों के हाल जानने के लिए ईटीवी भारत ने धार्मिक, पर्यटक स्थल का रूख किया. हमारी टीम आश्रय स्थलों की तहकीकात के लिए झालावाड़ जिले के धार्मिक स्थल, पर्यटक स्थल एवं कस्बे ढाणियों में
पहुंची और रैन बसेरों का जायजा लिया, देखिए स्पेशल रिपोर्ट

मनोहरथाना झालावाड़ हेमराज शर्मा

झालावाड़. राजस्थान में सर्दी का सितम धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. तापमान के लगातार गिरने और ठंडी हवाओं के चलने के कारण मौसम में ठंडक बढ़ती जा रही है. रात के वक्त तापमान गिरकर 8से6 डिग्री तक पहुंच रहा है. ऐसे में झालावाड़ जिले के अकलेरा बस स्टैंड पर नगरपालिका ग्राम पंचायत की ओर से बेसहारा और असहाय लोगों के लिए शहर में रैन बसेरे बनाए गए हैं. इनमें से बस स्टैंड अकलेरा पर स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. जबकि पर्यटक स्थल पर एक अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया है. जहां की व्यवस्थाओं को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया है. मनोहरथाना विधानसभा क्षेत्र में बने रैन बसेरों का रियलिटी

की ओर से बस स्टैंड पर बनाए गए रैन बसेरे में महिलाओं और पुरुषों के ठहरने की अलग-अलग व्यवस्था होनी चाहिए परंतु वह भी उपलब्ध नहीं है
. यहां पर लोगों के रूकने की व्यवस्था नि:शुल्क होती है. रैन बसेरे में लोगों को ओढ़ने और बिछाने के लिए तरसना पड़ रहा है, रजाई-गद्दे उपलब्ध नहीं है।साथ ही पीने के पानी की और शौचालय की व्यवस्था नहीं है।
रात्रि में अकलेरा बस स्टैंड कामखेड़ा पर्यटक स्थल सहित क्षेत्र के विभिन्न जगह पर रहने बसेरे की सुविधा उपलब्ध नहीं है मनोहर थाना विधानसभा उपखंड कार्यालय तमाम सरकारी मैच में उपलब्ध होने के बाद भी यहां पर रेन बसेरे की सुविधा नहीं है सिर्फ मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र के अकलेरा कस्बे में रेन बसेरा संचालित है परंतु वह भी अभी अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है रेन बसेरे में मूलभूत सुविधाओं का अभाव ।Conclusion:झालावाड़ जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी मंदिर शीतला माता मंदिर शनि धाम मंदिर जैसे बड़े तीर्थ स्थल पर रेन बसेरा नहीं होने के अभाव में लोगों को फुटपाथ पर ही रात गुजारनी पड़ती है इसी के साथ राजस्थान की आखिरी विधानसभा मनोहरथाना मैं तमाम सरकारी विभाग मौजूद है यहां पर भी रेन बसेरे की सुविधा उपलब्ध नहीं है जिले के ऐसी जगह जहां पर प्रतिदिन हजारों लाखों की तादाद में लोगों का आवागमन रहता है केलखोयरा शिव धाम मंदिर कामखेड़ा बालाजी धाम शनिधाम आदि जगहों पर रेन बसेरे की सुविधा नहीं होने से यात्रियों को परेशानी । मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र के अकलेरा कस्बे में रेन बसेरा है वह भी अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
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