झालावाड़. जिले के भवानी मंडी क्षेत्र में गुरुवार को बालश्रम व भिक्षावृत्ति पर अंकुश के लिए विशेष तौर पर अभियान चलाया गया. यह अभियान बाल कल्याण समिति, मानव तस्करी विरोधी यूनिट व चाइल्ड लाइन के संयुक्त तत्वावधान में शुरू हुआ. इस दौरान बाल कल्याण समिति की ओर से भवानी मंडी रेलवे स्टेशन, आरटीएम इलाके की दुकानों पर औचक निरीक्षण कर जानकारी ली गई.
अभियान की जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शिवराज सिंह हाड़ा ने बताया कि राज्य सरकार के श्रम विभाग के निर्देशानुसार गुरुवार से भिक्षावृत्ति व बाल श्रमिकों पर अंकुश लगाने के लिए अभियान की शुरुआत की गई है. इसके तहत गुरुवार को जिले के भवानी मंडी क्षेत्र का दौरा किया गया. इस बीच भवानी मंडी स्थित राजस्थान टैक्सटाइल मिल में टीम के सदस्य पहुंचे और वहां काम करने वाले श्रमिकों से बातचीत कर जानकारी ली.
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हाड़ा ने बताया कि काम के दौरान श्रमिकों के बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य की माकूल व्यवस्थाएं बेहद जरूरी है. साथ ही मौके पर बाल कल्याण समिति की ओर से राजस्थान टैक्सटाइल मिल में पालना गृह का प्रस्ताव रखा गया, जिसे बाद में राजस्थान टैक्सटाइल मिल के जनरल मैनेजर राजकुमार ने स्वीकार कर लिया. वहीं, बाल कल्याण समिति के सदस्य गजेंद्र सेन ने बताया कि भवानी मंडी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ अधिकारियों से वार्ता हुई.
इस दौरान उन्हें निर्देशित किया गया कि क्षेत्र में कोई भी भिक्षावृत्ति या बाल श्रम से जुड़ा मामला नजर आए तो तुरंत चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर सूचना दी जाए. इसके अलावा आम लोगों से भी इस अभियान से जुड़ने की अपील की गई. उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान शहर में एक बाल श्रमिक को दस्तयाब किया गया है, जिसे बाल गृह में प्रवेश दिया जाएगा. इस पूरे अभियान में जिले के सोशल वर्कर दीपक गौतम के साथ चाइल्ड लाइन समन्वयक सुनील पाटीदार भी मौके पर मौजूद रहे.