रानीवाड़ा (जालोर). जिले के ग्राम पंचायत मैत्रीवाड़ा और लाछीवाड़ के नवीन पंचायत भवन का उद्घाटन कार्यक्रम राजनीति की भेंट चढ़ गया. बुधवार को मैत्रीवाड़ा और लाछीवाड़ में नवीन ग्राम पंचायत भवन के उद्घाटन समारोह में भाजपा के क्षेत्रीय विधायक और सांसद की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही. वहीं अनावरण पट्टिका पर इन दोनों प्रमुख जनप्रतिनिधियों का नाम नहीं होने से माहौल गर्माया हुआ है. इस भवन का लोकार्पण सरपंच और पूर्व उप मुख्य सचेतक रहे रतन देवासी ने किया.
विधायक देवल ने जताया रोष
विधायक नारायण सिंह देवल ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर नाराजगी जताई. वहीं सत्ता पक्ष के द्वारा सार्वजनिक कार्यकमों में चुने हुए जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किए जाने पर रोष जताया. विधायक ने मैत्रीवाड़ा और लाछीवाड़ में नवीन ग्राम पंचायत भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाने को गलत बताया है.
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वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विशनोई भी कार्यक्रम के विरोध को देखते हुए शामिल नहीं हुए. विधायक देवल ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
जनहित के कार्या को दी जाएगी प्राथमिकता: देवासी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी ने कहा, कि प्रदेश की गहलोत सरकार सही मायनों में आमजन और गरीब की सरकार है. जनहित के विकास कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा. लोगों को राहत दी जाएगी.
उन्होंने कहा, कि क्षेत्र में विकास के कार्यों में कमी नहीं आने दी जाएगी. इस मौके पर प्रधान रमीला मेघवाल, जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह, पूर्व जिला परिषद सदस्य पूरणसिंह देवडा,परसराम ढाका, मैत्रीवाड़ा सरपंच चंदा मेघवाल, लाछीवाड़ सरपंच चंदू देवी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता भीखाराम विश्नोई समेत कई लोग मौजूद रहे.