झालावाड़. राज्य सरकार की ओर से 2018 में निकाली गई नर्सेज भर्ती में नियुक्ति का इंतजार कर रहे नर्सिंगकर्मियों ने ईटीवी भारत के माध्यम से सरकार के सामने एक प्रस्ताव रखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार नर्सिंग भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति देती है, तो प्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा.
साथ ही उन्होंने शुरुआती 2 महीनों का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाने का भी वादा किया है. दरअसल, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को यूटीबी आधार पर जिले में मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरने के लिए आदेशित किया है. जबकि 2018 में निकाली नर्सेज भर्ती की प्रक्रिया को अभी तक पूरा नहीं किया है.
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ऐसे में नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि सरकार यूटीबी आधार पर भर्ती करने के बजाय निकाली भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर दे. जिससे पूरे प्रदेश में नर्सेज की कमी को पूरा किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि 2018 में नर्सेज भर्ती निकाली गई थी. जिसमें आखिरी चयनित सूची भी आ चुकी थी और उससे संबंधित कोर्ट में चल रहे चल रहे मामलों की भी सुनवाई पूरी हो चुकी थी. उसके बावजूद सरकार ने चयनित नर्सेज को नियुक्ति नहीं दी है.