झालावाड़. शहर के झालरापाटन रोड पर खंडिया तालाब के सामने कुछ लोगों की ओर से पानी के नाले पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासन के बुलडोजरों ने तोड़ दिया है. यह कार्रवाई झालावाड़ के उपखंड अधिकारी मोहम्मद जुनेद की ओर से जारी किए गए आदेशों के बाद झालरापाटन तहसीलदार और नगर परिषद झालावाड़ द्वारा की गई है.
बता दें कि झालावाड़ शहर के झालरापाटन रोड पर खंडिया के तालाब से बहने वाले अतिरिक्त पानी को काली सिंध नदी तक पहुंचाने हेतु बने हुए प्राचीन नाले पर कुछ लोगों की ओर से अतिक्रमण करते हुए नाले को पक्की दीवार बना कर नाली में तब्दील कर दिया गया था. जिसके चलते यहां पर होने वाली पानी की आवक की निकासी को लेकर खतरा उत्पन्न हो गया था.
पढ़ें: जेडीए ने अतिक्रमण के खिलाफ की कार्रवाई, 20 बीघा जमीन को कराया गया मुक्त
मामले में कुछ लोगों की ओर से जिला प्रशासन को भी शिकायत दी गई थी. जिन पर संज्ञान लेते हुए झालावाड़ उपखंड अधिकारी मोहम्मद जुनेद की ओर से इस अतिक्रमण को पैमाइश के बाद तोड़ने के आदेश दिए गए. जिस पर झालरापाटन तहसीलदार व नगर परिषद का अतिक्रमण दस्ता मौके पर पहुंचा. जहां पहले नाले की भूमि को नापा गया तो नाले पर अतिक्रमण की पुष्टि हो गई.
जिसके पश्चात जेसीबी मशीनों की सहायता से नाले पर किए गए अतिक्रमण और निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया. मौके पर अतिक्रमण करने वाले लोग भी मौजूद थे, जिन्होंने हल्का-फुल्का विरोध किया. जिसके बाद प्रशासन के दस्ते के सामने उनकी एक न चली और आखिरकार अतिक्रमण को तोड़ दिया गया.