झालावाड़. जिले के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से छात्र शक्ति आंदोलन किया गया. इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप डालने, महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य लगाने, अन्य रिक्त पदों पर नियुक्तियां करने की मांग की.
एबीवीपी के जिला संयोजक दिनेश सुमन ने बताया कि कांग्रेस सरकार की ओर से हमेशा से झालावाड़ के साथ दुर्भावनापूर्ण व्यवहार किया. ऐसे में झालावाड़ के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीते 4 सालों से प्राचार्य का पद रिक्त पड़ा हुआ है, महाविद्यालय में व्याख्याताओं की भारी कमी है. वहीं बीते डेढ़ साल से पुस्तकालय भी बंद पड़ा हुआ है.
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ऐसे में अब सरकार ने नया फरमान निकालते हुए इस वर्ष प्रमोट किए गए विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति बंद करने का ऐलान किया है. जिसको लेकर पूरे प्रदेश भर के छात्रों में आक्रोश है. इसी के चलते आज झालावाड़ के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एबीवीपी ने छात्र शक्ति आंदोलन करते हुए मांग की है कि विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति उनके खातों में डाली जाए साथ ही महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य और रिक्त चल रहे पदों पर व्याख्याताओं की नियुक्ति की जाए. इस दौरान एबीवीपी के चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.