कोटा. जिले के किशोरपुरा थाना इलाके के वक्फ कमेटी के दफ्तर में फायरिंग हुई. असल में वक्फ कमेटी के अधीन महफिलखाने में लाइट और बिजली व्यवस्था के टेंडर के दौरान विवाद हो गया और बदमाशों ने चार राउंड फायर कर दिए. गनीमत रही कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. एक गोली कांच और तीन दीवार पर लगी. घटना के समय महफिलखाने में विवाह समारोह चल रहा था. इस दौरान वहां मौजूद लोग सकते में आ गए. सूचना पर पुलिस अधिकारी पहुंचे.
जिला वक्फ कमेटी के सदर सरफराज अंसारी ने बताया कि महफिलखाने में लाइट व टेंट व्यवस्था के टेंडर की प्रक्रिया चल रही थी. आरोप लगाया है कि पुराने ठेकेदार कादिर को कमेटी ने ब्लैकलिस्ट कर दिया. उसने ही घटनाक्रम को अंजाम दिया. उस पर 18 लाख रुपए बकाया है. सदर अंसारी ने बताया कि ठेकेदार का मामला कोर्ट में चला गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि वह महफिलखाने का टेंडर धमका कर लेना चाह रहा था. इस प्रक्रिया में नौ आवेदन लिए गए. इनमें चार ठेकेदार आज निविदा प्रक्रिया में भाग लेने पहुंचे. कादिर चाहता था कि ये चारों ठेकेदार यहां से चले जाए व उसके नाम ही ठेका चलता रहे. हमने कादिर की धमकी की अनदेखी करते हुए निविदा प्रक्रिया जारी रखी. टेंडर अन्य ठेकेदार के नाम खुला.
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उधर, फायरिंग की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. एफएसएल टीम बुलाई. एडिशनल एसपी का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया के दौरान विवाद सामने आया है. इस मामले में ब्लैकलिस्टेड ठेकेदार कादिर और अन्य पर फायरिंग करने का आरोप है. मामले की जांच की जा रही है. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. कमेटी दफ्तर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.